मेरे पोयसाग के लेख पर फेसबुक मित्र संजय मिश्रा जी ने कमेंट बॉक्स में लिखा कि इसके पकोड़े बहुत अच्छे बनते हैं। पढ़ते ही तैयारी शुरू कर दी। और पत्ते तोड़ना शुरू कर दिया।
इसकी खासियत यह है कि पत्ते थोड़े मोटे होते हैं और चमकदार और यह गुणों की खान है। इसमें जरूरी मिनरल्स विटामिन A, B 12, C, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियमआदि पाए जाते हैं और सॉल्युबल फाइबर होता है। इसकी डंडी भी मुलायम होती है और खाने के काम आती है। मैंने अपने पौधों से कुछ पत्ते और डांडिया तोड़ी उनको धोकर साफ किया। दो प्याज, चार हरी मिर्च, पांच कली लहसुन, लहसुन छोड़ सकते हैं आपकी मर्जी पर है। इनको बारीक बारीक काट बेसन डालकर, थोड़ी अजवाइन, सूखा धनिया बेलन से रगड़ कर दो चार टुकड़े करें, इसमें मिलाया और नमक डालकर अच्छे से मिला दिया। ताजे पत्ते हैं और घर की चीज में वेस्टेज तो होती नहीं तने भी मुलायम है। अब इन सबको अच्छे से मिलाने से जितना पानी उन्हें छोड़ना था, छोड़ दिया। अब इसमें जरूरत के अनुसार पानी मिलाया और कढ़ाई में तेल डाल कर उसमें तल लिया और गरमा गरम पकोड़े बेहद लज़ीज़ बने। शायद ताजा होने के कारण। बरसात में हरी पत्तेदार सब्जियों की बहुत कमी होती है। इसकी बेल जमीन से ऊंची होने के कारण इंफेक्शन का भी डर नहीं, साफ सुथरे पत्तों की सफाई भी कम करनी पड़ती है। तभी तो इसके बारे में कहा गया है Malabar Spinach for Strong immunity.
https://neelambhagi.blogspot.com/2024/07/malabar-spinach-for-strong-immunity.html