"दीदी आपके घर के बाहर इतना सारा पोई का साग लगा हुआ है, शायद आप तो खाती न हैं, हम ही तोड़ लें क्या?" करौंदे के पेड़ को ढके हुए और बिजली की तारों से लटकती हुई लाल-लाल टहनियां, उस पर हरे-हरे चमकदार पत्ते देखकर मन में आता होगा, कितना बढ़िया बेल पालक का साग है. इसीलिए परमिशन मांगती हैं. हमारे घर के बाहर अपने आप यह उग गया. इसके बारे में भी मैंने पहले लिखा है. लिंक पर क्लिक कर पढ़ें.
https://neelambhagi.blogspot.com/2024/07/malabar-spinach-for-strong-immunity.html
पत्तों के पकोड़े बनाएं, दाल पालक बनाया, आलू भुजिया बनाई. मेरे अमेरिका जाने से पहले यह करौंदे के पेड़ पर चढ़ गया, जब मैं वहां से लौटी तो यह पता नहीं कैसे बिजली की तार पर लिपट गया. इस पर करंट ना आ जाए इसलिए तब से इसके पत्ते नहीं तोड़े न ही करौंदे तोड़े. पेड़ पर लाल लाल करौंदे पके हुए हैं. बिजली के डर के कारण हम तोड़ते पता नहीं. कहां कहां से सुंदर-सुंदर पक्षी आते हैं. करौंदे खाते हैं, नीचे फेंकते हैं. हम लोगों के पैर से दबने वह फर्श गहरा लाल हो जाता है. अब एक ही डर लगा रहता है कि मालाबार पालक को देखकर कोई बाई न तोड़ने लगे, अगर करंट आ गया तो! मालाबार पालक को हिंदी में पोई साग या पुई साग कहते हैं। इसे बेल वाली पालक के नाम से भी जाना जाता है।
यह एक बेल वाली सब्जी है जो स्वाद में पालक की तरह होती है और इसमें पोषक तत्वों की भरमार होती है। इसकी दो किस्में होती हैं - एक हरे पत्तों वाली और दूसरी लाल या हरे तने वाली।
इसका साग विटामिन A, C, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटैशियम और फोलेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जो आयरन की कमी (एनीमिया) को दूर करने में मदद करता है। यह आँखों के लिए फायदेमंद है। यह त्वचा को स्वस्थ रखता है। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। यह तनाव कम करने और नींद में सुधार करने में मदद कर सकता है। यह गर्भवती महिलाओं के लिए फोलेट का एक अच्छा स्रोत है। मतलब गुण ही गुण हैं.
इंटरनेट पर इसके इतने गुण पढ़ने के बाद अगर कोई तोड़ने लगे और करंट आ जाए तो!🥺





