अमेरिकन एयरलाइंस में भी मेरी दो वाली रो में विंडो के साथ साइड सीट थी। उत्कर्षनी को ऐसा लगता है कि मैं किसी को डिस्टर्ब नहीं करूंगी। चलने फिरने में वॉशरूम जाने में मुझे दिक्कत नहीं होगी। मेरे संकोची स्वभाव के कारण अगर मैं, मेरी विंडो सीट में होगी तो अपने साथी यात्री को परेशान न करने के कारण, मैं बैठी न रहूं। मेरे साथ की विंडो सीट में एक अत्याधुनिक सुंदरी विदेशी महिला आकर बैठी। जिसे देखकर मैं सोचने लगी कि ऊपर तो इसने हुडी वाला जैकेट पहना है, नीचे छोटी सी स्कर्ट! क्या सर्दी भी लगने में शरीर का भेदभाव करती है। उस महिला का स्वभाव बहुत अच्छा था। उसने मुझसे पूछ कर, सबसे पहले मेरा लगेज़ उठाकर ऊपर रखा। फिर अपनी चारों दिशाओं में डिसइनफेक्ट स्प्रे (Disinfectant sprey) किया! उसके बाद टिशू पेपर पर सैनिटाइजर लगाकर सीट को खूब रगड़ रगड़ कर पोछा। अपने आगे की सीट की पीठ सैनिटाइजर से पोछी। थोड़ी-थोड़ी देर बाद हाथों पर सैनिटाइजर लगाती। इस फ्लाइट का माहौल, ब्रिटिश एयरवेज से बिल्कुल अलग था। टेक ऑफ होते ही, साइड बटन दबाकर मैंने अपनी सीट पीछे कर ली और टांगों के लिए सपोर्ट लगा लिया। मील सर्व होने लगा, तो साइड बटन दबाया, मेरे आगे फोल्डिंग मेज की तरह ट्रे लग गई। उसने अपनी ट्रे को खूब सेनीटाइज किया। उसका नॉनवेज खाना था। मुझे खाना देने से पहले एयर होस्टेस बोली, "आपका स्पेशल खाना!" खाना देखकर मुझे बहुत हंसी आई। तीन स्क्वायर प्लेट, एक में सलाद, , दूसरी में कटे हुए फल, तीसरी प्लेट में तीन लाइनों में पहली लाइन में उबली गाजर, गोभी, बींस, दूसरी लाइन में चावल, तीसरी लाइन में शाही पनीर, एक शीशी में सीजनिंग, नमक और काली मिर्च का पाउडर, और न जाने क्या-क्या। मेरी स्वर्गीय अम्मा इस खाने को देखकर कहती, "चावल तो आधी कटोरी भी नहीं हैं।" इन सब के कवर उतारते ढेर लग गया। इसमें उसमें कुछ न कुछ मिलाते हुए, स्वाद खाते हुए, मुझे ध्यान आया कि मुझे तस्वीर लेनी चाहिए थी। फोटो ले तो अभी भी सकती थी। पर पर्स मेरा पैरों के पास रखा था, उसमें मोबाइल था। उसको उठाने के लिए आगे से इतना खाने का सामान हटाना! सुंदरी को परेशानी न हो इसलिए रूक गई। लैंड करने से पहले जो मुझे वेजीटेरियन मील सर्व हुआ उसकी फोटो ले ली। ये पहले वाले से कम था।
कुछ समय बाद सुंदरी भी नॉर्मल हो गई। तीन बार वॉशरूम गई, बिना सैनिटाइजर के 😃। लैंड करते ही उत्कर्षनी को फोन किया। उसने कहा, " आपको लेने राजीव आ रहे हैं। वह गीता को स्कूल से लेकर, स्विमिंग के लिए ले जाएगी।" सुंदरी ने बिना कहे मेरा ऊपर से लगे ज़ उतार दिया। प्लेन से बाहर आते ही, असिस्टेंट ने मुझे ले लिया और इमीग्रेशन के लिए ले गई। बाहर आई, राजीव जी ने पिकअप कर लिया। क्रमशः


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