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Friday, 11 April 2025

वर्ष प्रतिप्रदा (हिन्दू नववर्ष) पर गोष्ठी नांगलोई के निहाल विहार में संपन्न हुई

 


30 मार्च,न.दि.- इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती,दिल्ली प्रांत (संबद्ध अखिल भारतीय साहित्य परिषद,न्यास) के पश्चिमी विभाग की ओर से वर्ष प्रतिप्रदा (हिन्दू नववर्ष) पर गोष्ठी नांगलोई के निहाल विहार में संपन्न हुई।

कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे दिल्ली प्रांत के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ.विनोद बब्बर,नांगलोई जिला परिवार प्रबोधन संयोजक और मुख्य अतिथि श्री विष्णु गोपाल,विशिष्ट अतिथि डॉ.रजनी मान,मंचस्थ अतिथि और उत्तम जिलाध्यक्ष श्री जितेंद्र सिंह,महामंत्री और पूर्णकालिक प्रचारक धर्म जागरण श्री राजेश भारद्वाज ,शिवराम पार्क नगर प्रौढ़ व्यवसाई प्रमुख श्री राजिंदर जी ,श्री पुनीत जी,श्री शिवकुमार जी ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

अतिथियों को अंगवस्त्र और पुष्पगुच्छ से स्वागत के बाद बाल कवयित्री महक ने सरस्वती वंदना से गोष्ठी का आरंभ किया।कवि अंश द्विवेदी ने वीर रस,लोक कवि बृजभूषण सिंह ने भोजपुरी में तथा युवा कवि रजनीश शुक्ला ने श्रृंगार रस में काव्यपाठ किया।

भजन सम्राट श्री अविनाश अद्वैत ने श्रीराम जन्मभूमि संघर्ष पर गीत गाया तो माहौल राममय हो गया।राजेश भारद्वाज ने देशभक्ति पर गीत गाया तो स्थानीय कवि हरिश्चंद शुक्ला ने सम सामयिक विषय हिंदू नववर्ष और बसंत ऋतु पर शानदार काव्यपाठ किया।

सुविख्यात शायर रमाशंकर शर्मा ने अवधी बोली में श्रृंगार के शेर सुनाए तो सबने प्रशंसा की।जितेंद्र सिंह के दोहों पर खूब तालियां बजीं।अखिलेश द्विवेदी ने सामाजिक एकता पर गीत सुनाते हुए कहा - 

"चमन में एकता की बात यार करते हैं।

अमन और चैन के जज्बात - प्यार भरते हैं।" तो सबने प्रशंसा की।

डॉ.रजनी मान ने अपने संबोधन में  हिंदू नववर्ष का महत्व और बच्चों को साहित्यिक वातावरण देने पर जोर दिया।उन्होंने बाल कवियों को प्रोत्साहन हेतु राशि भी प्रदान की।

विष्णु गोपाल जी ने हिंदू समाज में टूटती परिवार व्यवस्था पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए उसे मजबूत बनाने पर जोर दिया और संस्कृति से जुड़ाव की बात कही।

डॉ.विनोद बब्बर ने वर्ष प्रतिप्रदा के महत्व और इसकी प्राचीन परंपरा को इंगित करते हुए भावी पीढ़ी को संस्कारयुक्त बनाने पर बल दिया।

गोष्ठी का संचालन पश्चिमी विभाग अध्यक्ष डॉ. अखिलेश द्विवेदी ने किया।उन्होंने अंत में सभी अतिथियों,कवियों और हिंदी प्रेमी श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में 37 की संख्या थी।

रिपोर्ट - पिंकी द्विवेदी








Thursday, 10 April 2025

नवसंवत प्रतिपदा के शुभ अवसर पर संगोष्ठी

 


आज दिनांक तीन अप्रैल २०२५ को इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती के केशव पुरम विभाग द्वारा ज्ञान प्रकाश सरस्वती मंदिर विद्यालय, मीरा बाग , नई 

दिल्ली के प्रांगण में नवसंवत प्रतिपदा के शुभ अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम विद्यालय की आचार्यों द्वारा सरस्वती वंदना एवं माता की एक भेंट से आरम्भ हुआ। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय मंत्री श्री प्रवीण आर्य द्वारा की गई। 

डॉ नीलम राठी, राष्ट्रीय महामंत्री ने हिंदू  नववर्ष की विशेषताएँ बतायीं। श्री भारत भूषण ने नववर्ष की ऐतिहासिकता का महत्व बताया। 

श्री अक्षय कुमार अग्रवाल एवं श्री वीरेश बग्गा ने भी अपने विचार रखे। 

श्री अखिलेश द्विवेदी और संगोष्ठी संचालक , प्रदेश मंत्री डॉ सुनीता बग्गा द्वारा नववर्ष के भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किए। 

अंत में अध्यक्ष श्री प्रवीण आर्य ने वक्ताओं के उद्बोधन का सारांश एवं समिति की सूचनाएँ भी दीं। 

सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री कमल किशोर जी के निधन पर उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। 

कल्याण मंत्र द्वारा सभा का समापन हुआ।

सुनीता बुग्गा जी प्रांत मंत्री 






Tuesday, 8 April 2025

भारतीय नव वर्ष का महत्व

 

आज इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती, झंडेवालान विभाग द्वारा डॉ. मुकर्जी स्मृति न्यास, नई दिल्ली में 'भारतीय नववर्ष का महत्त्व' विषय पर विचार-गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी के मुख्य वक्ता थे इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. विनोद बब्बर एवं अध्यक्षता अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के राष्ट्रीय मंत्री श्री प्रवीण आर्य ने की। संचालन इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती के प्रदेश महामंत्री श्री संजीव सिन्हा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक श्री मुन्ना रजक ने किया। कार्यक्रम में इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती की प्रदेश मंत्री डॉ. सुनीता बुग्गा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य स. जगदीश सिंह सहित कई लेखक-पत्रकार और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय एवं दिल्ली विश्वविद्यालयों के शोधार्थी सहित कुल 19 लोगों की उपस्थिति रही। डॉ. विनोद बब्बरजी के विचारों का सार बाद में साझा किया जाएगा। 

संजीव सिन्हा (प्रदेश महामंत्री)।














Monday, 7 April 2025

भारतीय ज्ञान परंपरा डॉ सारिका कालरा

इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती संबद्ध अखिल भारतीय साहित्य परिषद, दक्षिणी दिल्ली विभाग द्वारा नववर्ष प्रतिपदा कार्यक्रम का आयोजन 7 अप्रैल 2025 को जी एल टी,सरस्वती बाल मंदिर, नेहरू नगर में आयोजित किया गया l इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉक्टर विवेक दीक्षित, रिसर्च साइंटिस्ट,एम्स नई दिल्ली आमंत्रित थे l भारतीय ज्ञान परंपरा : काल गणना का विशेष संदर्भ विषय पर उनका उद्बोधन रहा l कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन तथा भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई l कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य वक्ता डॉ विवेक दीक्षित ,इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती दिल्ली केंद्र के अध्यक्ष प्रोफेसर अवनिजेश अवस्थी तथा  उत्तरी क्षेत्र बौद्धिक प्रमुख माननीय हरीश जी को पुष्प गुच्छ द्वारा सम्मानित किया गयाl विवेक  दीक्षित जी ने भारतीय ज्ञान परंपरा और पाश्चात्य चिंतन परंपरा के अंतर को बहुत ही वैज्ञानिक ढंग से विश्लेषित किया l उन्होंने कहा कि भारतीय चिंतन यह बताता है कि जीवन एक साधना है जबकि पश्चिम का चिंतन यह बताता है कि जीवन एक संघर्ष है l  कार्यक्रम में उत्तरी क्षेत्र के बौद्धिक प्रमुख माननीय हरीश जी ,बुराड़ी जिले से जॉइन आर.एस.एस. प्रमुख वीरेंद्र जी, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के  मंत्री प्रवीण आर्य जी, महामंत्री संजीव सिन्हा जी, अरुण पांडे जी, मुन्ना रजक जी, महिमा गुप्ता,  डॉ योगेश रस्तोगी, डॉ मेघा खंडेलवाल तथा डॉ जितेंद्र कालरा उपस्थित रहेl   कार्यक्रम में प्रसिद्ध साहित्यकार  डॉ सूर्यकांत बाली  जी के निधन पर  दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई l कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ l

 सारिका कालरा 

संयोजक , दक्षिणी विभाग






Saturday, 5 April 2025

नव वर्ष विक्रम संवत पर काव्य गोष्ठी मनोज शर्मा 'मन'

 

आज इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती, दिल्ली संबद्ध अखिल भारतीय साहित्य परिषद क़ी शाहदरा जिला इकाई द्वारा विवेक विहार मे नव वर्ष विक्रम संवत 2082 के उपलक्ष्य मे काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया |कार्यक्रम क़ी अध्यक्षता सागर चौहान ज़ी ने क़ी | कार्यक्रम का आरम्भ आचार्य अनमोल ज़ी द्वारा सरस्वती वंदना से आरम्भ हुआ | 

कार्यक्रम मे राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ज़ी,प्रान्त उपाध्यक्ष मनोज शर्मा ज़ी, प्रान्त संयुक्त मंत्री बृजेश गर्ग ज़ी, विभाग अध्यक्ष वीर सैन जैन सरल ज़ी, प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य जगदीश ज़ी, शाहदरा विधानसभा के विधायक संजय गोयल ज़ी, भव्य रामलीला कमेटी से सतीश लूथरा और आर डब्लू के अध्यक्ष संजीव रस्तोगी मंच पर उपस्थित रहे | 

कवि नितिन शर्मा ज़ी, मानिक मल्होत्रा, अमित, सुरेन्द्र पांडे, गजेंद्र, के सी गुप्ता, दीपा गुप्ता, मदन लूथरा ज़ी, आचार्य अनमोल, दिनेश ज़ी, वीरसैन जैन सरल ज़ी, मनोज शर्मा ज़ी ने भी काव्य पाठ किया | 

संजय गोयल ज़ी ने कहा क़ी हमें इंग्लिश आती नहीं और हिंदी हम बोलना नहीं चाहते | तो हमें अपनी भाषा मे नये नये साहित्यकार आगे लाने चाहिए | जिससे हमारी धरोहर सुरक्षित रह सके | 

प्रवीण आर्य ज़ी ने कहा हमें अपनी स्वरचित रचनाएँ पढ़नी चाहिए और अगर हम किसी और कवि क़ी रचनाएँ पढ़ते भी है तो उसका नाम भी उद्घोषित करना चाहिए | उन्होंने कहा क़ी पूर्वी विभाग दिल्ली प्रान्त मे ऐसा विभाग है जिसने अपनी नगर तक क़ी इकाईया घोषित कर दी है | इसके लिए इनका साधुवाद है | 

अंत मे आये हुए अतिथियों का धन्यवाद गुलशन लूथरा ज़ी ने किया | कार्यक्रम मे पराग गुप्ता ज़ी, राजेंद्र ज़ी, एन पी सिंह राठौर ज़ी, देवेंद्र क्वातरा ज़ी, सत्यपाल ज़ी, अशोक ज़ी, आदि ने भी सहयोग दिया | कार्यक्रम मे 97 श्रोता उपस्थित रहे |