अंकुर ने एक फोटो भेजी जिसमें दूसरी कक्षा पास, अदम्य अपने spider-man की सिलाई कर रहा है।
तस्वीर देखते ही मैं हंसने लगी। हुआ यूं कि मेरे एक्सीडेंट के बाद अंकुर मुझे अपने घर ले गया था। जब भी मैं अंकुर के घर जाती थी तो अदम्य मेरे साथ सोता था। अब एक बाजू में मेरे प्लास्टर था तथा दूसरे में घाव थे। बाजू सीधी करके डबल बेड पर सोती थी, थोड़ी सी जगह में पास में श्वेता सोती। अदम्य जिद करता कि नीनो के पास सोऊंगा। क्योंकि अब मैं तकलीफ में थी तो कहता, मम्मा के पास सोऊंगा ताकि मेरे पास रहे। यह देखकर अंकुर ने उसे नानी के घर भेज दिया। इतने शैतान बच्चे को व्यस्त रखना! वह भी घर के अंदर, जिसमें tv मोबाइल, राशन की तरह देना है। नानी ने उसको सिलना, सिखा दिया। वह बटन लगाना, थोड़ी सी जरुरत के काम कर ले आदि। बच्चा नई चीज बहुत जल्दी सीखता है। वह भी अड्डे पर कपड़ा लेकर "स्वीट होम" काढ़ कर लाया है और कच्चा, बखिया, तिरपन सब सीख कर आ गया। जो टेडी बेयर, स्पाइडर-मैन इसके द्वारा टांग पकड़ के घूमाने से फट गए थे। अब घर में उनको बैठकर सिलता है। कोई भी काम सिलाई का हो बड़ी लगन से लगा रहता है। पढ़ने को कहो तो किताब पास में रखें सिलाई करता है। कोई सिलाई का काम ना हो तो बेमतलब चादर के सिरे जोड़ देता है। अभी नया-नया शौक है, जब कुछ नया सीखेगा तो इसे छोड़ देगा। पर मुझे बहुत अच्छा लगा कि यह बच्चा अपने काम खुद करेगा। जो नानी से समझ कर आया है। मुझे समझाता है। ध्यान से करना है वर्ना हाथ में और उंगली में सुई चुभ जाएगी। धागा छोटा डालना है। सुई में हमेशा धागा डाल कर ध्यान से रखना है। छुट्टी में वह बहुत व्यस्त रहा।