सम्माननीय मित्रों, मेरी बेटी उत्कर्षिनी वशिष्ठ (अंतरराष्ट्रीय लेखिका) गंगू बाई काठियावाड़ी को फ़िल्म फेयर बेस्ट डायलॉग लेखिका अवार्ड मिला। आपकी शुभकामनाओं के लिए आपका हार्दिक आभार। नीलम भागी
सम्माननीय मित्रों, मेरी बेटी उत्कर्षिनी वशिष्ठ (अंतरराष्ट्रीय लेखिका) गंगू बाई काठियावाड़ी को फ़िल्म फेयर बेस्ट डायलॉग लेखिका अवार्ड मिला। आपकी शुभकामनाओं के लिए आपका हार्दिक आभार। नीलम भागी
हूटे माइया, कुड़ियां कार नू आइयां
मुंडे चंगे, राते सोंदे नंगे,
कुड़ियों मुंडयो नेरी(आंधी)आई
चरखा पुनी चुकलो।
अमेरिका में जाकर उसने भारत की याद कुछ लाइनें मिलाकर उसने बना लिया। उत्कर्षिनी को सिखा दिया।
मोर झूले माइयां, मोर झूले माइयां