उत्तर प्रदेश समाज नोएडा, तुलसी जयंती समारोह, कवि गोष्टी (27. 8. 2023) की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर लल्लन प्रसाद ने कहा कि भारत ही नहीं सारा विश्व राम मय है। इंडोनेशिया एक मुस्लिम बहुत देश है किंतु वहां बाली में भव्य रामलीला का आयोजन होता है। अधिकांश पात्र इस्लाम धर्म के अनुयाई होते हैं। जिस श्रद्धा और सम्मान के साथ वे रामलीला का मंचन करते हैं वह अद्भुत है, प्रशंसनीय है। थाईलैंड की राष्ट्रीय पुस्तक रामायण है। पूरे विश्व में फैले प्रवासी भारतीयों के इष्ट देव राम हैं। गोष्ठी के मुख्य अतिथि श्री एस पी गौड़ ने कहा कि यदि तुलसीदास का कहा: 'लाभ हानि जीवन मरण यश अपयश विधि हाथ' को अपनी सोच का हिस्सा बनकर हम अपने कर्तव्य का पालन करें तो जीवन मे सुख ही सुख है। सुधाकर मणि त्रिपाठी ने मानस पर बहुत सुंदर रचना सुनाई। कवि गोष्ठी का संचालन सुप्रसिद्ध गीतकार डॉक्टर अशोक मधुप एवं ओजस्वी कवि पं साहित्य चंचल ने किया। कार्यक्रम का प्रारंभ कवयित्री स्मिता श्रीवास्तव जी के सरस्वती वंदना से शुरू हुई। उत्तर प्रदेश समाज के वरिष्ठ सदस्य एवं प्रसिद्ध कवि बाबा कानपुरी के साथ समारोह को रसमयी संध्या में बदलने वाले गीतकारों, कवियों में सर्वशी जय प्रकाश रावत, सत्यार्थ दीक्षित, ताबिश खैराबादी, मधु कान्त चतुर्वेदी, के डी बिंदास, गोपाल गुप्ता, प्रेम सागर प्रेम, पूनम सागर, हाशिम, विजय प्रशांत आदि सम्मिलित थे। प्रो. लल्लन प्रसाद ने अपन नये काव्य संकलन 'खोल कमल पंखुड़ियां' से कुछ पंक्तियां सुनायी। पत्रकार नीलम भागी, उत्तर प्रदेश समाज के कोषाध्यक्ष के बी पाहवा, सूर्या संस्थान के महासचिव डी के मित्तल आदि की गौरव मयी उपस्थिति थी। सम्मेलन का समापन श्रीमती प्रेमलता प्रसाद एवं सुश्री निशा केसरी के सौजन्य से आयोजित मधुर जलपान के साथ संपन्न हुआ।
गौरव तिवारी
उत्तर प्रदेश समाज, नोयडा
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