अम्मा का 96वाँ जन्मदिन है। मैंने जन्मदिन की बधाई दी। अम्मा हाथ जोड़कर बोली," प्रार्थना करो, बस भगवान मुझे अपनी शरण में ले ले।" 31 जनवरी के बाद से जब भी कुत्ता भोंकता है तो अम्मा गंभीर हो जाती हैं और कहती हैं," इसको काले भैंसे वाला दिखाई दे रहा है। यह भौंक देता है । वे चले जाते हैं। अब मैं प्रभु की शरण में कैसे जाऊंगी!!" जब भी ऐसी बात करती हैं तो मैं उन्हें भजन लगा देती हूं। वह साथ में गाती हैं और उसमें खो जाती हैं। शाम तक अपनी पसंद की अखबार खत्म कर लेती हैं।
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