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Wednesday, 20 July 2022

आम महोत्सव नीलम भागी Mango 🥭 Festival Neelam Bhagi

 



 




22 जुलाई को राष्ट्रीय आम दिवस(जुलाई में चौथा गुरुवार) के रूप में मनाया जाता है। केरल में कन्नूर जिले के कन्नपुरम को ’स्वदेशी मैंगो हेरिटेज एरिया’ घोषित किया गया है। इस पंचायत विस्तार में यहां आम की 200 से अधिक किस्में उगाई जाती हैं। जिनके बारे में तरह तरह की कहानियां भी प्रचलित हैं। आम तो हमारे लोकगीतों और धार्मिक समारोहों से अटूट रूप से जुड़ा है। कुछ समय मुम्बई में रही जब भी किसी धार्मिक आयोजन के लिए पूजा की सामग्री खरीदने के लिए गई तो वहीं आम की लकड़ी और तोरण के लिए  आम के पत्ते भी मिलें। मेरी भी आम पर आपबीती है। 

  हमारे फेसिंग पार्क घर के सामने पार्क मेें दो आम के पेड़ हैं। आम का मौसम आते ही उन पर बौर आता है, साथ ही कोयल की कूक सुनाई देती है। आम से लदे पेड़ बहुत सुन्दर लगते हैं। मैंने भी सामने पार्क में आम्रपाली नस्ल का आम का पौधा लगवाया। पानी देती उसकी देखभाल करती। जिसके घर में भी पूजा होती पंडित जी पूजा के सामान के साथ आम के पत्ते लिखवाते, तो उन्हें मेरा छोटा पेड़ ही नज़र आता। पुजारी उसके पत्ते नोचने आ जाते। अगर मैं देख लेती तो तुरंत उन्हें हटाते हुए बड़े आम के पेड़ दिखा कर कहती कि उस पर चढ़ के जितने मर्जी पत्ते तोड़ो। ऐसे टोकते हुए मैंने अपना आम, अपनी लम्बाई तक बड़ा कर लिया। कभी कभी पूजा वाले सुबह पत्ते तोड़ लेते। बड़े पेड़ पर चढ़ने की ज़हमत कौन उठाए! पर मेरा पेड़ किसी तरह बचा रहा। मैं कुछ समय के लिए बाहर गई। लौटी तो पेड़ वहां था ही नहीं। मैंने आस पास पता लगाया तो पता चला कि आम चैत्र नवरात्र में कलश स्थापना में उपयोग हो गया। बड़े पेड़ों पर कौन चढ़े! मैंने पार्क में सोलह आम के पौधे लगवा दिए। मेरी देखभाल से वह अच्छी तरह जम गए। एक दिन पानी लेकर पार्क में गई, देखा 14 पौधे गायब! सिर्फ दो पौधे बचे हुए थे। वहां दो बाइयां खड़ी बतिया रहीं थीं। मैंने उनसे पूछा,’’यहां से पौधे किसने तोड़े हैं?’’उन्होंने जवाब दिया,’’जी हमें नहीं पता और चल दीं।’’मुझे एक दम याद आया कि आज पहला शारदीय नवरात्र है। घट स्थापना के लिए मेड को कहा होगा कि आम के पत्ते ले आना। वे नौ दस पत्तों वाले आम के पौधे ही निकाल कर ले गईं। दो पौधे बचे तो मैंने उनका चार महीने तक ध्यान रखा। सर्दी की बरसात हुई। आठ दिन तक पानी देने की जरूरत नहीं थी। जब पानी देने गई तो देखा बचे दोनों आम के पेड़ भी गायब! तफ़तीश करने पता चला कि जिनके घर बेटे के जन्मदिन पर श्री सत्यनारायण की कथा थी, वे आम के पौधे निकाल कर ले गए थे पत्तों से बंदनवार बनाने के लिए। मेरे परिवार में  जन्मदिन पर पौधा लगाने का रिवाज़ है। अब मैं आम का पौधा लगवाती हूं। 

नोएडा सेक्टर 29 स्थित नोएडा मीडिया क्लब में नोएडा प्रेस क्लब व पूरब-पश्चिम महासंघ के तत्वाधान में आम महोत्सव का आयोजन किया गया स्याना बुलंदशहर के भिन्न भिन्न किस्म के आमों की सभी ने खूब प्रशंसा की। Hindustan Times के वरिष्ठ पत्रकार विनोद राजपुत् महासचिव नोएडा मीडिया क्लब ने इस  आम उत्सव प्रोग्राम की वरिष्ठ पत्रकार संतोष सिंह, समाजसेवी टीकम् सिंह  ने अन्य लोगों के साथ मिलकर इस कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई व आयोजन किया। Organic आमों का प्रबंध स्याना, बुलंदशहर से अपने बाग से किया जिससे सभी लोग इस क्षेत्र के आम की विविधता से परिचित हो सकें इस कार्यक्रम में नोएडा में कार्य करने वाली विभिन्न संस्थाओं व सामाजिक कार्य करने वाले लोगों ने शिरकत कर आम व लिट्टी चोखा की दावत का आनंद उठाया इस आयोजन में मुख्य रूप से राज्यसभा सांसद श्री सुरेंद्र नागर नोएडा विधायक पंकज सिंह दादरी विधायक तेजपाल सिंह नागर गौतम बुध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह गौतम बुध नगर के डीएम श्री सुहास एलवाई एडिशनल कमिश्नर लव कुमार एडीसीपी रणविजय सिंह सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले योग व अध्यात्म गुरु श्री अखिल जी,नोएडा भाजपा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता,एनइए अध्यक्ष विपिन मल्हन,कुशलपाल सिंह नोवरा अध्यक्ष रंजन तोमर नोवरा महासचिव अजय चौहान आलोक सिंह आर्गेनिक आम उत्पादक-टीकम सिंह आदि ने कार्यक्रम में शिरकत की कार्यक्रम में लिट्टी चोखा व बुलंदशहर की स्याना फल पट्टी के आम का उपस्थित भद्रजनों ने सेवन किया भव्य आयोजन की व मुख्य रूप से आयोजनकर्ताओं विनोद राजपूत पंकज पाराशर संतोष सिंह रिंकू यादव की भरपूर प्रशंसा की.










वरिष्ठ पत्रकार श्री संतोष सिंह जी ने कहा कि इस कार्यकरम का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जायेगा व किसान और पत्रकारों के बीच एक मैत्री का बीज रोपण किया जायेगा जिससे organic खेती में और नई तकनीकी का इस्तेमाल हो सके व नीति निर्धारण किसान हित मे हो सके.