अमर उजाला में प्रकाशित |
कुछ पौधे जो आसानी से लगाये जा सकते हैं हमें पसंद हैं लेकिन वो मच्छरों को नहीं पसंद है। नापसंदगी का कारण है इनकी गंध। मुम्बई में मैने खिड़की पर लैमनग्रास, पौदीना, तुलसी के गमले रक्खे थे। जगह कम थी इसलिये। पर रक्खे तो थे न। आप भी रखिए और कुछ देर अपने लगाये पौधों से जरुर मिलिए। ये पौधे हैं तुलसी, लैमन ग्रास, लहसून, पौदीना और गेंदा इन्हें आप आसानी से लगा सकते हैं क्योंकि मैंने भी लगाए हैं। लेवेन्डर और रोज़ मैरी इनसे भी मच्छर भागते हैं। पौदीना लगाना मैंने अपने ब्लॉग में चित्रों सहित लिखा है। https://neelambhagi.blogspot.com/2018/04/blog-post.html
लिंक पर क्लिक करके आप भी लगा सकते हैं। कोरोना के कारण घर पर ही रहने से मैंने खूब कंटेनर में पौदीना लगाया है। जो भी बेकार घर मे पॉट दिखा, उसमें पौदीना लगा दिया। उनको देखना, पानी देना और फैलाव करना मुझे बहुत अच्छा लगता है। ताजे पौदीने की महक मुझे बहुत अच्छी लगती है। जब जरुरत होती है तोड़ लेती हूं। आप भी लगायें। बाकि पौधे भी मैंने कैसे लगायें हैं। उनकी अच्छी ग्रोथ होने पर लिखूंगी।किसी भी कंटेनर या गमले में किचन वेस्ट फल, सब्जियों के छिलके, चाय की पत्ती आदि सब भरते जाओ और जब वह आधी से अधिक हो जाए तो एक मिट्टी तैयार करो जिसमें 60% मिट्टी हो और 30% में वर्मी कंपोस्ट, या गोबर की खाद, दो मुट्ठी नीम की खली और थोड़ा सा बाकी रेत मिलाकर उसे मिक्स कर दो। इस मिट्टी को किचन वेस्ट के ऊपर भर दो और दबा दबा के 6 इंच किचन वेस्ट के ऊपर यह मिट्टी रहनी चाहिए। बीच में गड्ढा करिए छोटा सा 1 इंच का, अगर बीज डालना है तो डालके उसको ढक दो।और यदि पौधे लगानी है तो थोड़ा गहरा गड्ढा करके शाम के समय लगा दो और पानी दे दो।