पहली बार मैंने टैरेस गार्डिनिंग शुरु की थी। मेरे कंटेनरों में हरी सब्ज़ियां उगी हुईं थीं। उनका मौसम जाने वाला था। अब मैंने मुफ्त के ग्रो बैग तैयार किए। उनमें भरने के लिए पॉटिंग मिक्स तैयार किया। 60% मिट्टी, 30% वर्मी कम्पोस्ट, 10% में रेत और नीम की खली को अच्छी तरह मिला कर इन ग्रो बैग में भर लिया। 21 फरवरी रात को मैंने बीजों को पानी में भिगो दिया था। 22 फरवरी को मैंने इन भीगे भिंडी के बीजों को एक एक मुफ्त के ग्रो बैग में 2 या 3 सेमीं अंगुली से गड्ढा करके बो दिया और पानी अच्छी तरह दे दिया और नीचे दो दो छोटे ड्रेनेज होल कर दिए ताकि फालतू पानी बाहर चला जाए। अगर आपके पास 18’’ का गमला है तो एक गमले में चार बीज बो सकते हैं। 12’’ के गमले में दो बीज लगाएं। अगर जमीन पर बोना है तो लाइन की दूरी 1फीट रखें। बीजों को बोने के बाद हल्की मिट्टी से उन्हें ढक दें।
मेरे मुफ्त के ग्रो बैग में 27 फरवरी से लगभग सभी बीजों का अंकुरण हो गया। भिंडी 27 से 30 डिग्री तापमान पर बहुत अच्छा ग्रो करती है। पौधे बहुत अच्छे ग्रो करने लगे।
15 दिन बाद मैं इनमें वर्मी कम्पोस्ट एक मुट्ठी से कम डाल देती। 16 मार्च से मेरे जो भी सरसों , बथुए, मेथी, पालक आदि के कंटेनर खाली होते जाते, मैं शाम को उनमें भ्ंिाडी के पौधे ट्रांसप्लांट करती जाती। मेरा एक भी पौधा ट्रांसप्लांट करने में नहीं मरा।पुराने कंटेनर को खाली करके, शाम के समय मुफ्त के ग्रो बैग में लगे भ्ंिाडी के पौधे को कंटेनर में रख कर इस मुफ्त के ग्रो बैग को कैंची से काट कर पूरी तरह मिट्टी से हटा कर फैंक देती। अब पौधा बिना कवर के पुरानी मिट्टी के साथ कंटेनर में रखा होता।
उसके चारों ओर खाली जगह में तैयार मिट्टी भर देती। अब उनमें बहुत सुंदर फूल आ गए हैं। फाइबर, पोटेशियम, विटामिन के सेेेेेे भरपूर हरी हरी भिंडी भी लगनी शुरु हो गई है। पहली बार मैंने वहां से बीज खरीदे, बीज बहुत अच्छे निकले।
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https://youtu.be/RsfCymsbTDk
रसोई के कचरे का इस्तेमाल
किसी भी कंटेनर या गमले में ड्रेनेज होल पर ठीक रा रखकर सूखे पत्ते टहनी पर किचन वेस्ट, फल, सब्जियों के छिलके, चाय की पत्ती बनाने के बाद धो कर आदि सब भरते जाओ बीच-बीच में थोड़ा सा वर्मी कंपोस्ट से हल्का सा ढक दो और जब वह आधी से अधिक हो जाए तो एक मिट्टी तैयार करो जिसमें 60% मिट्टी हो और 30% में वर्मी कंपोस्ट, या गोबर की खाद, दो मुट्ठी नीम की खली और थोड़ा सा बाकी रेत मिलाकर उसे मिक्स कर दो। इस मिट्टी को किचन वेस्ट के ऊपर भर दो और दबा दबा कर, इस तैयार मिट्टी को 6 इंच, किचन वेस्ट के ऊपर यह मिट्टी रहनी चाहिए। बीच में गड्ढा करिए छोटा सा 1 इंच का, अगर बीज डालना है तो डालके उसको ढक दो।और यदि पौधे लगानी है तो थोड़ा गहरा गड्ढा करके शाम के समय लगा दो और पानी दे दो।
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