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Monday, 6 March 2023

उत्तर प्रदेश समाज द्वारा आयोजित होली मिलन में काव्य गोष्ठी

 

ऋतु वसंत आया है तेरे साथ में

उत्तर प्रदेश समाज द्वारा आयोजित होली मिलन में कवि गोष्ठी उत्तर प्रदेश समाज द्वारा आयोजित होली मिलन उत्सव में देश के माने जाने कवियों और शायरों ने भाग लिया. उपस्थित कवियों में प्रमुख थे: प्रोफेसर लल्लन प्रसाद, बाबा कानपुरी, अशोक मधुप, साहित्य चंचल, प्रेम सागर प्रेम, पूनम सागर, तूलिका सेठ, जे पी रावत, ओमप्रकाश सिंह कौशिक  ताबिश खैराबादी, हाशिम देहलवी, ओमपाल सिंह, नीलम भागी एवं देवेंद्र मित्तल। ब्रिगेडियर राजबहादुर मुख्य अतिथि थे, प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉक्टर राम शरण गौड, एस पी गौड़ कायाकल्प के अध्यक्ष, डी आर वधावन, एचपी मल्होत्रा, आर के बजाज, हरपाल सिंह एवं राजीव वेंकट की भी गौरव मयी उपस्थिति थी। कार्यक्रम का संचालन डॉ अशोक मधुप ने किया, वीरेश तिवारी, वसुधा तिवारी एवं के बी पाहवा का कार्यक्रम के आयोजन में विशेष सहयोग था। इस अवसर पर राजीव वेंकट जी की पुस्तक जाति जाए जाने दो (कास्ट योर कास्ट अवे) का लोकार्पण भी हुआ।

अपनी सुंदर रचनाओं से कवियों ने लोगों का मन मोह लिया: 'तेरे लाल कपोल और ये चैती फूल गुलाब के, खिले सुहाने रस से साने, सच कहता हूं ऋतु वसंत आया है तेरे साथ में'। 'लो गया पतझड़ विदाई विदाई अब धरा खुद ही मगन है'। 'मन वृंदावन हो गया तन  यमुना का तीर'। 'रिश्तो की यह सारी नदियां आकर मुझ में मिलती हैं'। 'फुरकत-ए-गम है मेरा दर्द है तन्हाई'। 'सुख कहीं बिकता नहीं वह प्रेम का निधार है'। 'बहुत मीठा बोलते थे मगर ख्याल कच्चे लगे'। 'एक बहाना उन्हें छत पर आने का था, चादर पलट कर नहाते रहे'। 'प्रहलाद प्यार का है उसको बचा के रखना'। 'किसी ने हमको समझाया बहुत है बुजुर्गों का रहे साया बहुत है'। 'तुम चले जाओगे घर रूठ के बादल की तरह हम मना लेंगे तुम्हें प्यार में पागल की तरह'। धन्यवाद ज्ञापन उत्तर प्रदेश समाज के महामंत्री वीरेश तिवारी ने किया।


















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