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Thursday 16 May 2024

वाटी दाल खमन ढोकला khaman Dhokala recipe with /without eno & Baking soda नीलम भागी

यह चने की दाल से लाजवाब बनता है। एक कप चने की दाल को दो से चार घंटे के लिए अच्छी तरह धोकर भिगो दिया। फिर इसे पानी से निकलकर मिक्सी जार में चार चम्मच खट्टा दही दो तीन हरी मिर्च, 1 इंच टुकड़ा अदरक का डालकर पीस लिया। अगर जरूरत हो तो पानी मिला दे। इस मिक्सचर को किसी बर्तन में निका लना। अब इसमें स्वाद अनुसार नमक, दो चम्मच तेल,चार चम्मच खट्टा दही, हल्दी अगर मन करे तो, मिलाया और लगभग एक कप पानी पकोड़े के बेसन की तरह घोल बनाकर  6 से 8 घंटे तक रख दें। रखने से पहले बर्तन के बाहर निशान लगा लें। जब यह घोल लगभग दुगना हो जाए तब एक  थाली या केक टिन में अच्छी तरह तेल लगा कर,  इस बैटर को उसमें  डाल दें। ऊपर तक नहीं भरे, आधा रखें। साथ ही स्टीम में  पकाने के लिए किसी बड़े बर्तन में स्टैंड या रिंग रखकर, दो-तीन कप पानी डालकर उबालने रखते हैं। पानी उबलने पर अब घोल के  बर्तन को पानी में  रखे पर बर्तन में रख दें। ध्यान रखें कि पानी बर्तन को न छुए। आंच मीडियम हाई रखे। इस बर्तन को ढक कर 15 मिनट बाद इसमें चाकू डालकर देखें। चाकू बिल्कुल साफ निकल आएगा। तुरंत बर्तन से निकाल कर ढोकले को बाहर ठंडा होने रखते हैं। थोड़ी देर में ठंडा होने पर इसके किनारे छूट होंगे। चारों तरफ चाकू से अलग करें। मैंने तो थाली से बाहर केक की तरह प्लेट पर उल्टा किया बिल्कुल साफ निकल आया। अब आप बर्तन के अंदर ही इसे मनपसंद की शेप में काट लें।

 तड़का!

 तड़का पैन में दो चम्मच तेल, उसमें 1 चम्मच चम्मच राई या सरसों डालकर चटकाने दें फिर एक चम्मच तिल  डालें तीन-चार हरी मिर्च बीच से काट लें। करी पत्ते के साथ  में डाल दें। दो चम्मच चीनी, नमक स्वादानुसार और तीन चौथाई कप पानी डालकर उबलने पर गैस बंद करके, इसमें नींबू का रस डालें। अब इस खट्टे मीठे नमकीन लिक्विड को ढोकले में डालते हैं। चाहे तो थोड़ा हरा धनिया भी  काट के डाल सकते हैं। ढोकले की जाली इस तड़का  रस को पीकर खमन को बहुत स्वादिष्ट कर देती है।

#झटपट खमन ढोकला बनाना

झटपट खमन बनाने के लिए स्टीम करने का बर्तन तैयार रखें। बस इसी घोल को फर्मेंटेशन के लिए रखना नहीं है। इसमें एक चम्मच ईनो  साल्ट या बेकिंग सोडा और पानी मिलाकर, अच्छी तरह मिला कर, तुरंत स्टीम  में रख देना है। बाकि पूरी विधि बनाने की एक सी है। बनाने का समय घोल रखने के बर्तन पर निर्भर करता है। अगर बर्तन गहरा होगा तो समय ज्यादा लगेगा। किनारे वाली ताली में घो ल की  मोटाई कम होगी तो कम समय में बनता है।








2 comments:

Samita Mohanty said...

Bhoot accha and easy hai . I will surely do it 👏👏

Neelam Bhagi said...

हार्दिक धन्यवाद