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Sunday, 25 May 2025

युद्ध काल में पत्रकारों की बड़ी जिम्मेदारी

 

"युद्धकाल में पत्रकारिता" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन

नोएडा/गाजियाबाद, 25 मई: 

आद्य संवाददाता देवर्षि नारद जयंती एवं हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर "प्रेरणा शोध संस्थान न्यास" द्वारा एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। "युद्धकाल में पत्रकारिता" विषय पर आयोजित संगोष्ठी एएसपीएम स्कॉटिश स्कूल, सेक्टर 62, नोएडा में आयोजित की गई।

नारद जयंती समारोह पर आयोजित संगोष्ठी में मीडिया जगत की कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में एनडीटीवी के मैनेजिंग एडिटर श्रीमान अखिलेश शर्मा जी रहे। जबकि कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में टीवी9 की एसोसिएट एडिटर सुश्री प्रमिला दीक्षित एवं वरिष्ठ पत्रकार, टाइम्स न्यूज़ नेटवर्क के सीनियर एंकर श्रीमान दिनेश गौतम की उपस्थिति रहे।

"युद्धकाल में पत्रकारिता" विषय पर बोलते हुए मुख्य अतिथि अखिलेश शर्मी जी ने संगोष्ठी के आयोजन एवं विषय की प्रसंशा की। उन्होंने कहा कि युद्ध काल या ऐसे किसी भी महत्वपूर्ण समय में पत्रकारों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। ऐसे समय में नागरिकों के लिए सूचना के अभाव को भरना बहुत जरूरी है। क्या हम युद्ध काल में अपने दायित्व का पालन कर रहे हैं या नहीं ये देखना बहुत जरूरी है। साथ ही उन्होंने इस बात भी जोर दिया कि ऐसे में ऐसी कोई भी सूचना आपकी तरफ से नहीं प्रस्तुत की जानी चाहिए जिससे दुश्मन को सहायता मिले। बतौर पत्रकार हमें अपनी सीमा, मर्यादा, जिम्मेदारी और दायित्व नहीं भूलना चाहिए।

 श्रद्धेय गुरु गोलवलकर जी कथन से अपने उद्बोधन की आरंभ करने वाली विशिष्ट अतिथि प्रमिला दीक्षित जी ने युद्ध काल में नागरिक एवं पत्रकारों के बोध पर चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध काल में पत्रकार भी एक हथियार के रूप में प्रयुक्त होते हैं। प्रमिला दीक्षित जी कहा कि युद्ध काल में नैरेटिव निर्माण की भूमिका भी बड़ी महत्वपूर्ण हो जाती है इसलिए "भारत से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए भारतीय स्रोतों पर ही भरोसा करें, न कि पाकिस्तानी प्रचार तंत्र पर।"

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एवं टाइम्स नाउ नवभारत के सीनियर एंकर दिनेश गौतम जी ने "युद्धकाल में पत्रकारिता" विषय पर बोलते हुए कहा हम ये मान लेते हैं कि युद्ध लड़ना केवल सेना का काम है। लेकिन युद्ध कई स्तर में लड़ा जाता है। पहलगाम के आतंकी घटना से आतंकियों ने केवल देश के प्रधानमंत्री मोदी जी को नहीं बल्कि समस्त देश को एक चुनौती दी थी जिसका जबाव हमारी सरकार ने पाकिस्तान को बखूबी दिया। उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना एक आतंकवादी घटना नहीं एक धर्म युद्ध था जहां आम लोगों को धर्म पूछ कर मारा। दिनेश जी के मुताबिक जब देश युद्धरत होता है तो आम आदमी भी उस युद्ध में कहीं न कहीं शामिल होते हैं। संघर्ष और युद्ध वाली स्थिति में हमारी परंपराओं के मायने बदलते हैं।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्रीमान कृपाशंकर, प्रचार प्रमुख (उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रहे, जिन्होंने युद्धकालीन परिस्थितियों में पत्रकारों की भूमिका पर विचार साझा किए। कृपाशंकर जी ने कहा कि उदंत मार्तंड की शुरुआत देवर्षि नारद जयंती के अवसर पर किया इससे यह प्रमाणित होता है कि हिंदी पत्रकारिता में नारद जी की क्या भूमिका है लेकिन हम धीरे-धीरे नारद जी को भूलते चले गए। कृपाशंकर जी ने संघ के समाजिक योगदान एवं पंच परिवर्तन की चर्चा करते हुए समाजिक बदलाव में मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। 

कार्यक्रम की प्रस्तावना में संसद टीवी के संपादक श्याम किशोर सहाय ने देवर्षि नारद पर विचार रखें और कहा कि पुराणों में नारदजी की विद्वता और विवेकशीलता का वर्णन मिलता है। नेरेटिव सेटिंग का खेल समझना आवश्यक है। युद्ध का समय संवेदनशील होता है। युद्ध सीमा के अलावा भी लड़ा जाता है, पत्रकार जनमानस बनाते हैं। युद्ध काल में पत्रकारिता बड़ी सूझबूझ से करनी चाहिए। जबकि शुभारंभ में हरीश जी के जोशीले गीत ने देशभक्ति अलख जगाई।

कार्यक्रम का संचालन आशीष जी और धन्यवाद ज्ञापन हरीश जी ने दिया। इस मौके पर अतिथियों ने श्रोताओं की जिज्ञासा भरे प्रश्नों के भी समाधान भी किए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पत्रकार, छात्र, शोधार्थी व बुद्धिजीवी वर्ग उपस्थित रहे। संगोष्ठी के माध्यम से युद्धकाल में निष्पक्ष, निर्भीक और राष्ट्रहित में पत्रकारिता के मूल्यों पर गहन चर्चा हुई।
















Friday, 23 May 2025

आगामी कार्यक्रम के लिए आमंत्रण डॉ प्रवीण आर्य (राष्ट्रीय मंत्री अखिल भारतीय साहित्य परिषद )

 


अखिल भारतीय साहित्य परिषद दिल्ली प्रांत का प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव जी से मिला और उनको आगामी कार्यक्रम के लिए आमंत्रण दिया जिसे उन्होंने विनम्रता के साथ- सहज स्वीकार कर लिया।





Wednesday, 14 May 2025

गर्मियों में कंटेनर के पौधों की सुरक्षा! नीलम भागी

 


तीखी धूप में पौधों को बचाने के लिए कुछ विशेष ध्यान देना पड़ता है। तेज गर्मी पड़ने से पहले रिपोटिंग कर देना चाहिए। गर्मी में इतना ज्यादा भी पानी नहीं देना चाहिए कि पौधों के जड़ गलने लगे। कंटेनर के नीचे प्लेट रखें। इतना पानी न डालें की पौधे के पोषक तत्व ही बह जाएं। सूरज निकलने से पहले और सूरज डूबने के बाद पानी दे यानि तापमान कम होने पर। सूखी घास या पत्तों से पौधे के आसपास मल्चिंग कर दें, इससे मिट्टी का वाष्पन कम होगा और पौधे सूखने से बचेंगे। कम धूप सहने वाले पौधों की जगह बदल दे और जगह न हो तो ऊपर हरी जाली लगा दे। महीने में एक बार खाद डालें। पौधों को ग्रुप में रखें। ऐसा करके हरियाली कायम रखकर हम अपने हिस्से का वायु प्रदूषण कम कर सकते हैं।









Saturday, 10 May 2025

मां कभी नहीं जाती, रह जाती है, हम में! नीलम भागी

 


मां कहीं नहीं जाती!

    हिंदू धर्म में तो प्रत्येक दिन सुबह उठते ही मां को प्रणाम करने की परंपरा है। अब मई के दूसरे रविवार को बच्चे मां के लिए कुछ विशेष करते हैं। कैरियर के कारण घर से दूर रहना मजबूरी है। लेकिन अति व्यस्त रहने पर भी इस दिन को नहीं भूलते।





Wednesday, 7 May 2025

रोटी के महिमा तथा विद्या की महिमा पुस्तको का लोकार्पण*

 


*हिंदी भवन* दिल्ली में *आचार्य अनमोल* की कविता की दो पुस्तकों *रोटी की महिमा* तथा *विद्या की महिमा*  का लोकार्पण हुआ ।







Monday, 5 May 2025

कायस्थ सभा गौतम बुद्ध नगर द्वारा भगवान श्री चित्रगुप्त प्रकटोत्सव का आयोजन

 


   4 मई को भगवान श्री चित्रगुप्त प्रकटोत्सव का आयोजन किया गया। इस समारोह का आयोजन ईशान म्यूजिक कॉलेज  ऑडिटोरियम में पूजा अर्चना के साथ किया गया।आयोजन में श्री अनिल शास्त्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार, जो स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री (पूर्व प्रधानमंत्री) भारत सरकार के पुत्र हैं, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन और भगवान चित्रगुप्त के पूजन के उपरांत कार्यक्रम शुरू किया गया। सभा अध्यक्ष आर एन श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा कायस्थ सभा के गठन करने के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कायस्थ सभा गौतम बुध नगर जरूरतमंद कायस्थ परिवारों की शिक्षा स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरंतर सहायक रहती है तथा महिलाओं को सभा की सदस्यता और कार्य प्रणाली में अग्रज भूमिका देने का प्रयास भी किया जा रहा है। महासचिव विक्रम श्रीवास्तव ने सभा की गतिविधियों के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि  सभा निठारी के स्कूल में पढ़ने वाले दो बच्चों की शिक्षा के लिए एक वर्ष की फीस और पुस्तकों का खर्च वहन कर रही है। सभा परिवारों के विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य के कार्यक्रमों में सहायता करने के लिए सदस्यों को प्रेरित किया जाता है।सभा द्वारा एक सदस्य के परिजन को गंभीर स्वास्थ्य समस्या में आर्थिक भी दी है। श्री महेश सक्सेना महासचिव नोएडा लोकमंच ने भी सभा के कार्यों की सराहना करते हुए सदैव परिवार के विकास के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित किया। श्री अनिल शास्त्री ने कायस्थ सभा गौतम बुद्ध नगर में बुलाने के लिए आभार प्रकट करते हुए के सभा की गतिविधियों और उद्देश्यों की प्रशंसा करते हुए कहा की कायस्थ समाज की देश के विकास में सदा भागीदारी रही है। सभा जनहित में जो भी काम कर रही है उसके लिए उनकी ओर से हर संभव सहायता और मार्गदर्शन उपलब्ध रहेगा।


इस आयोजन में श्रीमती वीना जारूहर उपाध्यक्ष, श्री एस एन भटनागर संयुक्त सचिव, श्रीमती शिप्रा श्रीवास्तव, डीके श्रीवास्तव, अधीर प्रसाद, रागिनी माथुर, अरुणेंद्र श्रीवास्तव, जयश्री श्रीवास्तव, सपना भटनागर,राजीव सक्सेना आदि अनेक सदस्य उपस्थित रहे। धन्यवाद प्रस्ताव राजेश श्रीवास्तव जी ने प्रस्तुत किया।सभा में अल्पाहार और भोजन का उत्तम प्रबंध किया गया था जिसका सभी ने आनन्द लिया।

 आर. एन. श्रीवास्तव (अध्यक्ष)









Sunday, 4 May 2025

भगवान श्री परशुराम जयंती एवं अक्षय तृतीया समारोह

 


सनातन संरक्षण कल्याण समिति द्वारा भगवान श्री परशुराम जयंती एवं अक्षय तृतीया  समारोह का आयोजन, नोएडा मेडिकल एसोसिएशन सेक्टर 30  के सभागार में  किया गया। मुख्य अतिथि प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आनंद पांडे, सुप्रसिद्ध समाजसेवी वैद श्री अच्युत कुमार त्रिपाठी, रवि मिश्रा, गिरीश मिश्रा, त्रिलोक शर्मा, पंकज पांडे, अतुल दीक्षित, ज्ञान प्रकाश अवस्थी , अतुल दीक्षित, योगेंद्र पांडे, विनोद मिश्रा, नीलम भागी, अंजना भागी, ब्राह्मण समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। 

सनातन संरक्षण कल्याण समिति के सदस्यों का कहना है कि सामाजिक समरसता के लिए हमें प्रांत और भाषाओं की विविधता और जातियों के भेद पर ध्यान न दे कर, सबके साथ मिलजुल कर राष्ट्रहित में काम करना है।