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Saturday, 5 July 2025

एमस्टर्डम एयरपोर्ट, सामान की तरह मेरा अमेरिका जाना!!नीलम भागी

 


    प्लेन से बाहर आते हैं एक महिला खड़ी थी उसके पीछे असिस्टेंट का बोर्डे था।  उसके आगे मैंने अपना बोर्डिंग पास किया, उसने तुरंत एक व्हील चेयर पर बिठाकर गले में गुलाबी रंग का बिना किसी कार्ड के जैसे किसी प्रोग्राम सेमिनार आदि में आई कार्ड लटकते हैं वैसा ही गुलाबी पट्टा गले में डाल दिया। एक गाड़ी खड़ी थी, उस पर बिठा दिया। मुझे पूछा कि आपके साथ कोई है। मेरे न कहने फिर बाकि को बिठाया  एक महिला यह गाड़ी चलाते हुए हमें एक स्थान पर ले गई। जहां कुर्सियां थी और गाड़ियां थी। गाड़ी से उतरते हैं हमें लाईन में लगने को कहा। एक महिला बहुत ध्यान और फ़ुर्ती से बोर्डिंग पास देखते और एक लिस्ट से मिलाते हुए, उस पर मार्कर से रंगीन लकीर खींचती साथ में खड़ा आदमी हिंदी बोलता था, वह बताता हमें कहां बैठना है और गले से माला ले लेता। मेरे साथ जो भी बैठाए उन सब के बोर्डिंग पास पर हरी लकीर  थी। एक आदमी आया और बोला," मुझे फॉलो करना।" हम उसके साथ जाकर एक गाड़ी में बैठे। जहां उतारा, वहां फिर बहुत गहन सुरक्षा जांच हुई। हमारी गाड़ी के सभी यात्रियों  की जांच होने पर उसने हमें गाड़ी पर बिठाया और  एक एक को उसकी फ्लाइट के अनुसार बोर्डिंग पास पर लिखे गेट पर जाकर बिठा कर आया। गेट पर गाड़ी रोकता, यात्री का नाम लेता, उसको उतार कर उसका इन्हेंड सामान लेकर उसे सीट पर बिठा कर, बोर्डिंग पास पर लिखा समझ कर जाता। इस प्रकार मेरा एमस्टर्डम एयरपोर्ट का भ्रमण हो गया। मुझे गेट नंबर 9 पर उतार कर समझाया। साढे तीन घंटे बाद मेरी लॉस एंजिल्स के लिए फ्लाइट थी जो 40 मिनट लेट थी। अगली फ्लाइट 11.30 घंटे की थी। अंकुर ने रोमिंग करवा दी थी। उतरते ही  सबको सूचना दे दी थी। फोन पर उत्कर्षनी यात्रा के बारे में समझाती रहीं कि लॉस एंजिल्स लैंड करते ही उसे तुरन्त फोन करूं। मेरे साथ असिस्टेंट है इसलिए मुझे देर नहीं लगेगी। इमिग्रेशन के बाद सामान लेते ही वह मुझे सामने मिलेगी। असिस्टेंट मुझे उसको हैंडओवर करेगा, वह साइन करेगी। इसलिए मैं बहुत इत्मीनान से बैठी थी । देखा गेट से कुछ दूर सोफे रखें हैं । जिसमें दो तीन सीटर हैं। एक पर गुजराती लड़की लेटी हुई थी और दूसरा खाली है। मैं खाली पर जाकर लेट गई। सिर के नीचे इन्हेंड लगेज रखा तकिए की तरह और पैर हैंडल पर रखे। अब मेरा मनपसंद काम शुरू हो गया, देश दुनिया के लोगों को देखना और मेरे पैरों की सूजन भी कम होनी शुरु गई थी। ये फ्लाइट भी मेरी KLM royal Dutch airlines से थी जिसका एक्सपीरियंस अच्छा रहा है। क्रमशः 






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