Search This Blog

Friday, 4 July 2025

दिल्ली से एमस्टर्डम, सामान की तरह मेरा अमेरिका जाना!!नीलम भागी

 


प्लेन के प्रवेश पर क्रू मेंबर्स के कारण बड़ा खुशनुमा सा माहौल था। खिले चेहरों के साथ वे सबका स्वागत और सहयोग कर रहे थे। शायद इस कारण दिमाग से निकल गया था कि लंबी दूरी  की उड़ान है। मेरी प्रीमियम क्लास में विंडो सीट थी।

सीट बहुत आरामदायक थी। टीवी और पैर रखने के लिए फुटरेस्ट था। फुटरेस्ट को सुविधानुसार ऊपर नीचे कर सकती थी। मुझे यह सब एक्सपेरिमेंट करते देखकर एयर होस्टेस मेरे पास आई और उसने मुझे बटन बताए, एक से मेरी सीट पीछे हो रही थी। दूसरे से टांगों को सपोर्ट मिल रहा था। समय पर टेक ऑफ हुआ। पानी की बोतल के साथ मेन्यू कार्ड दिया गया। नॉन ऐल्कॉहॉलिक 🍷 और  वेज में अपनी आदत के कारण मैं नया हो तो वही ट्राई करती हूं। सब कुछ लज़ीज़ था। खाते ही मैं सो गई। बीच में मेरी नींद खुली। खिड़की का शटर उठा कर देखा नीचे एकदम काले बादल है एक किनारे पर बहुत खूबसूरत केसरिया रंग है। कुछ देर उसे निहारती रही फिर विंडो का शटर गिरा दिया। प्लेन में  डिम लाइट थी, उठकर थोड़ा चली देखा, सभी यात्री नींद के आगोश में थे। मैं भी अपनी सीट पर आकर फिर से  सो गई। बहुत अच्छी नींद आई। लैंडिंग से पहले ब्रेकफास्ट सर्व हुआ। उसके कुछ समय बाद लैंडिंग का संदेश मिला। पेटी बांधी। यात्रा से पहले मन में घबराहट थी कि इतनी लंबी फ्लाइट है। कैसे समय कटेगा! यहां तो टीवी भी ऑन नहीं करना पड़ा। विंडो से लैंडिंग देखना बहुत अच्छा लग रहा था। प्लेन ने धरती को छुआ, मेरी यात्रा का एक भाग पूरा हुआ। KLM royal Dutch airlines से यात्रा बहुत अच्छी रही।

क्रमशः 







No comments: