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Saturday 13 May 2023

आंखों में आंसू भरे थे बेटी को अवार्ड लेते कैसे देखती!! भाग 2 नीलम भागी

 


उत्कर्षिणी को उसके मित्र दूर से हाथ हिला रहे थे। सीटों के बीच में इतनी जगह नहीं थी कि कोई खड़े होकर बात कर सके क्योंकि हम समय से पहुंचे थे। लोग आकर अपनी सीट ले रहे थे। किसी को असुविधा न हो इसलिए उत्कर्षिनी स्टेज के पास खुली जगह में चली गई और अपने साथियों से मिलती रही, बतियाते रही फिर बीच में आकर मुझे समझा कर गई कि  बीच में उसे भी देख लूं। "मैं सबसे बताती वो मेरी मम्मी। वह आपको हाथ हिलाते हैं। आप पता नहीं कहां देख रही होती हो। वे मुझे कहते हैं, तुम्हारी मम्मी  तो सेलिब्रिटी  देखने में मस्त हैं।" अब मैंने इस बात का ध्यान रखा। बीच-बीच में उत्कर्षिनी पर भी नजर रखती। वे हाथ हिलाते तब मैं भी हाथ हिला देती। 

शो की मेजबानी सलमान खान और उनके को-होस्ट आयुष्मान खुराना और मनीष पॉल रहे।विकी कौशल, टाइगर श्रॉफ, जानवी कपूर, गोविंदा, जैकलिन फर्नांडीस की धमाकेदार प्रस्तुतियों ने इस इवेंट को चार चांद लगाये।

 बेस्‍ट एक्‍ट्रेस आलिया भट्ट,बेस्‍ट एक्‍टर राजकुमार राव,

 'गंगूबाई काठियावाड़ी' और 'बधाई दो' का जलवा रहा. फिल्‍म फेयर अवॉर्ड की लिस्‍ट के अनुसार बेस्ट फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी को तो बेस्ट क्रिटिक्स फिल्म का अवॉर्ड 'बधाई दो' को मिला।  बधाई दो फिल्‍म में  राजकुमार राव को बेस्‍ट एक्‍टर का अवॉर्ड मिला है, वहीं गंगूबाई काठियावाड़ी में अपनी एक्टिंग की लाज़वाब छाप छोड़ने वाली आलिया भट्ट को बेस्‍ट एक्‍ट्रेस का अवॉर्ड दिया गया है.

बेस्‍ट डायरेक्‍टर संजय लीला भंसाली

संजय लीला भंसाली को गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए बेस्‍ट डायरेक्‍टर का अवॉर्ड मिला।  सपोर्टिंग रोल के लिए बेस्ट एक्टर अनिल कपूर को जुग जुग जीयो के लिए मिला है। वध के लिए बेस्ट क्रिटिक्स एक्टर अवॉर्ड संजय मिश्रा को मिला है,  बेस्ट क्रिटिक्स एक्ट्रेस का अवॉर्ड भूमि पेडनेकर को बधाई दो के लिए और तब्‍बू को भूल भुलैया 2 के लिए दिया गया है। प्रकाश कपाड़िया और उत्कर्शिनी वशिष्ठ  को गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए बेस्ट डायलॉग लेखन का अवॉर्ड मिला है।

डेब्‍यू मेल और डेब्‍यू फीमेल अवॉर्ड

अक्षत घिल्डियाल, सुमन अधिकारी और हर्षवर्धन कुलकर्णी को बधाई दो के लिए बेस्ट स्क्रीनप्ले का अवॉर्ड मिला है तो वहीं अक्षत घिल्डियाल और सुमन अधिकारी  को फिल्म बधाई दो के लिए बेस्ट स्टोरी का अवॉर्ड मिला है। अंकुश गेदम को फिल्म झुंड के लिए बेस्ट डेब्यू मेल का अवॉर्ड मिला. एंड्रिया केविचुसा को फिल्म अनेक के लिए बेस्ट डेब्यू फीमेल अवॉर्ड मिला है। जसपाल सिंह संधू और राजीव बरनवाल को फिल्म वध के लिए बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला।

अन्‍य अवॉर्ड विनर्स 

फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से प्रेम चोपड़ा  सम्मानित।






बेस्ट लिरिक्स का अवॉर्ड अमिताभ भट्टाचार्य को ब्रह्मास्त्र पार्ट वन शिवा के केसरिया गाने के लिए, 

प्रीतम को फिल्म ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 शिवा के लिए बेस्ट म्यूजिक एल्बम के अवॉर्ड से नवाजा गया

DNEG And Redefine को फिल्म ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 शिव के लिए बेस्ट वीएफएक्स कैटेगरी में अवॉर्ड दिया गया।

संचित बल्हारा और अंकित बल्हारा को फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए बेस्ट बैकग्राउड स्कोर का अवॉर्ड मिला है।

कविता सेठ को बेस्ट प्लेबैक सिंगर फीमेल चुना गया. उन्‍हें ये अवॉर्ड जुग जुग जियो के रंगसारी गाने के लिए दिया गया।

ब्रह्मास्त्र पार्ट वन  शिवा के केसरिया गाने के लिए अरिजीत सिंह को बेस्ट प्लेबैक सिंगर मेल का अवॉर्ड मिला है।

बेस्ट कोरियोग्राफी कैटेगरी में गंगूबाई काठियावाड़ी के गाने ‘Dholida’ के लिए कृति महेश को अवॉर्ड दिया गया।

निनाद खानोलकर को फिल्म एन एक्शन हीरो के लिए बेस्ट एडिटिंग अवॉर्ड से नवाजा गया।

सुब्रत चक्रवर्ती और अमित रॉय को फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन का अवॉर्ड मिला है

विश्वदीप दीपक चटर्जी को फिल्म ब्रह्मास्त्र पार्ट वन शिवा के लिए बेस्ट साउंड डिजाइन का अवॉर्ड दिया गया है।

फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी की सिनेमैटोग्राफी के लिए सुदीप चटर्जी को चुना गया।

विक्रम वेधा के लिए बेस्ट एक्शन का अवॉर्ड परवेज़ शेख को मिला।

 उत्कर्षिनी के नाम की घोषणा  बेस्ट डायलॉग लेखन  गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए हुई। वह मंच पर अवॉर्ड लेने जा रही थी। मेरी आंखों से  टप टप आंसू बह रहे थे। स्टेज से उतरते ही उसे इंटरव्यू लेने के लिए ले गए। थोड़ी देर बाद वह आई। उसने मेरे हाथों में अवार्ड दिया। मेरे आंसू नहीं थम रहे थे। उसके पीछे कॉफी,  कुकीज और पानी लिए वेटर था। मुझसे कुछ भी नहीं खाया पिया जा रहा था। बस कुछ देर में मैं नॉर्मल हो गई। शायद 2:30 फंक्शन संपन्न हुआ और हम घर पहुंचे हैं। मेरी 10:30 की फ्लाइट थी। उत्कर्षिनी एयरपोर्ट छोड़ने आई। मैं बहुत खुश थी उससे अलग होने का  दुख था।  पर उसकी भी बेटियां उसका इंतजार कर रही थीं इसलिए अपनी इमोशन पर कंट्रोल रखा। एयरपोर्ट में जाते ही सबसे पहले विनीत चौधरी(गायक एवम् कलाकार) का नोएडा से बधाई का  फोन आया। सबको धन्यवाद देने लगी।आप सब की शुभकामनाएं और आशीर्वाद हमेशा उत्कर्षिनी के साथ रहे। समाप्त

Friday 12 May 2023

फ़िल्म फेयर अर्वाड(2023) में मेरा जाना नीलम भागी

उत्त्कर्षिनी का अमेरिका से फोन आया बोली,’’माँ, गंगुबाई काठियावाड़ी कई कैटगरी में नामित हुई है। मैं अर्वाड फंग्शन अटैण्ड करने भारत आ रहीं हूँ। मैं 25 को पहुँच रही हूँ। अंकुर ने आपकी मुंबई के लिए 26 की फ्लाईट बुक कर दी है। 27 अप्रैल को अवार्ड फंग्शन है। उसे अटैण्ड करके आप 28 को दिल्ली लौट आना, मैं अमेरिका। क्योंकि दित्या को छोड़ कर आ रही हूँ। आपको ले जाना जरुरी है। दित्या आपके सिवाय यहाँ और किसी के भी पास रुकेगी नहीं, तो आप जा नहीं पाओगी।" 

एक अप्रैल को वह सपरिवार भारत आई थी। 15 अप्रैल को वह लौट गई थी। तब तक इनविटेशन नहीं आया था। मुझे वह अपने साथ ही मुंबई ले गई थी। दोनों बेटियाँ गीता और दित्या मेरे साथ खूब लाड लडा कर गईं थीं। तैयारी मुझे कुछ करनी नहीं थी। चार साड़ियाँ  रख लीं। सलैक्शन उत्त्कर्षिनी ने ही करनी थी। ज्वैलरी मैं पहनती नहीं। सरबजीत के प्रीमियर के समय भी वह मेरी माँ बन गई थी। जैसे कहती, मैं करती रही थी। अब भी यही  सोच कर चल दी। फ्लाइट 20 मिनट डिले थी। मुंबई एयरर्पोट पर उत्त्कर्षिनी और रंजीत मुझे लेने आए। 2012 में उत्त्कर्षिनी ने गाड़ी ली थी, तब से रंजीत साथ में हैं। अब इसकी सहेली नेहा मनपुरिया के साथ है। हम घर पहुँचे, नेहा खाना लगाने लगी। उत्त्कर्षिनी ने मेरे हाथ में फ़िल्म फेयर अर्वाड(2023) का इनविटेशन र्काड रखा और साथ में आए गिफ्ट। 




कार्ड हाथ में पकड़ कर मेरी सोच को बैक गेयर लग गया। सबसे पहली फिल्म इसने गंगुबाई लिखी थी। बाद में खूब लेखन किया जिस पर खूब काम हुआ। पर गंगुबाई पर ही इसका मन अटका रहता था। आखिर दस साल बाद, ये लाज़वाब फिल्म बनी। जिसने बेस्ट डॉयलॉग लेखन के लिए ज़ी सिनेमा अर्वाड, आइफा अर्वाड और बेस्ट स्क्रीन प्ले लेखन पर आइफा और फिल्म फेयर से भी बहुत उम्मीद है। अब दोनों सखियाँ कल क्या करना है इस पर चर्चा करती रहीं। मुझे तो कुछ सोचना ही नहीं था। जो ये करवायेगी, करवा लूंगी। उत्तकर्षिनी तो जैटलॉक में थी। मैं सो गई। वो सुबह सोई। दस बजे नींद खुली। शाम को जल्दी आने का कह कर नेहा ऑफिस चली गई थी। बेटी मुझे लेकर पार्लर गई। जो करते रहे, मैं करवाती रही। मेकअप को छोड़ कर। घर लौटे बेटी ने र्काड पढ़ा, समय देखा, अमेरिका में रहने से उत्त्कर्षिनी समय की बहुत पाबंद हो गई है। महाराष्ट्र पर्यटन  के साथ 68वें हुंडई फिल्मफेयर अवार्ड सेरेमनी, मुंबई के जियो  वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर  में आयोजित थी। उसने कितनी देर में पहुँचेंगे, ट्रैफिक का हिसाब किताब लगा कर, जल्दी से मुझे तैयार करके बिठा दिया। आप फटाफट तैयार होने लगी। रंजीत पता नहीं कितनी बार वहाँ गया है पर दीदी को देर न हो जाए इसलिए गूगल मैप से जा रहा था। खै़र उसने हमें समय से पहुँचा दिया। बाहर खूब भीड़ और सिक्योरिटी। 5 जगह हमारा कार्ड चैक हुआ । कार्ड में लिखा सीट नंबर पर


हमें बिठाया गया। बैठते ही अपने आस पास देश की नामी हस्थियों को देख रही थी। इन्हेें मैंने स्क्रीन पर, अखबारों में, रजत पटल पर ही देखा था। वहाँ वे ही व्यक्तित्व बैठे थे, जिनका नॉमिनेशन किसी न किसी कैटागिरी में था। या जिनके हाथों से विजेताओं को पुरुस्कृत किया जाना था। मैं उत्कर्षिनी के कारण बैठी थी। यहाँ फोटो खींचना, विडियो बनाना मना था। इसलिए मोबाइल पर्स में रख लिया। क्रमश!