विटामिन मिनरल से भरपूर हरा प्याज हमेशा घर में पाए। हमारे घर में इकट्ठा प्याज खरीदा जाता है। उनमें से कुछ प्याज में हरे पत्ते chives निकल आते हैं। इन प्याजों को हाथ में लेकर देखें तो इनमें छोटी-छोटी जड़े भी सफेद रंग की निकली होती हैं। इस प्याज को मैं बीच में से काट के हरा वाला हिस्सा इस्तेमाल कर लेती हूं और जड़ वाला हिस्सा, जड़ की तरफ से मिट्टी में दबा देती हूं। आप देखेंगे की जो जड़ वाला हिस्सा है कई बार इसमें दो-दो भी हरि बिंदिया होती हैं। यह प्याज मिट्टी में उगने लगता है और बहुत घनी इसकी पत्तियां निकलती हैं। जब जरूरत हो गार्निश के लिए तुरंत ताजी मिल जाती हैं। मेरे गमले जहां रखे हैं, वहां धूप बहुत कम आती है पर आती है। धूप में इसका रिजल्ट ज्यादा अच्छा मिलता है । किचन वेस्ट से मैं हमेशा गमला तैयार रखती हूं। किसी-किसी जड़ से तो एक साथ तीन लीक निकलते हैं जिससे chives घने आते हैं।
# waste management
किसी भी कंटेनर या गमले में ड्रेनेज होल पर ठीक रा रखकर सूखे पत्ते टहनी पर किचन वेस्ट, फल, सब्जियों के छिलके, चाय की पत्ती बनाने के बाद धो कर आदि सब भरते जाओ बीच-बीच में थोड़ा सा वर्मी कंपोस्ट से हल्का सा ढक दो। कभी पतली सी थोड़ी सी छाछ डाल दें।और जब वह आधी से अधिक हो जाए तो एक मिट्टी तैयार करो जिसमें 60% मिट्टी हो और 30% में वर्मी कंपोस्ट, या गोबर की खाद, दो मुट्ठी नीम की खली और थोड़ा सा बाकी रेत मिलाकर उसे मिक्स कर दो। इस मिट्टी को किचन वेस्ट के ऊपर भर दो और दबा दबा कर, इस तैयार मिट्टी को 6 इंच, किचन वेस्ट के ऊपर यह मिट्टी रहनी चाहिए। बीच में गड्ढा करिए छोटा सा 1 इंच का, अगर बीज डालना है तो डालके उसको ढक दो।और यदि पौधे लगानी है तो थोड़ा गहरा गड्ढा करके शाम के समय लगा दो और पानी दे दो।