श्वेता ने शुगर फ्री ड्राई फ्रूट के लड्डू बनाए। उसने काजू, बादाम, किशमिश, अखरोट, पिस्ता ये सब आधा आधा कप ले लिया। इनकोे बहुत मोटा मोटा कूटा। इतना की ये चार टुकड़ों में तो हो ही जाएं। मैंने सुझाव दिया कि ब्लेडर का इस्तेमाल कर लो। उसने जवाब दिया,’’ ब्लेंडर में ब्लेंड भी कर सकते हैं पर पाउडर नहीं बनाना। क्योंकि ये कुरकुरे होने पर चबाने में बहुत अच्छे लगते हैं।’’एक कप खजूर बीज के बिना ब्लेंड कर ली। एक चम्मच घी में सब मेवों को हल्की आंच में भूना। जैसे ही रंग बदलने लगा उसमें खजूर और हरी इलायची का पाउडर डाल कर लगातार हिलाती रही। खजूर मेवों में अच्छी तरह मिक्स होने पर गैसे बंद कर दी। छूने लायक होने पर वह उनके लड्डू बनाने लगी।
पहले लड्डू का स्वाद लेते ही मैं वाह वाह कर उठी। परफैक्ट भूने मेवे और सही मिठास जो थी। उसे मेहनत से लड्डू को गोल चिकनी शेप देते देख मैं बोली,’’अरे श्वेता तेरा बनाया मेवे का लड्डू, टेढ़ा भी लाजबाब।’’ अपनी संडे की छुट्टी वह किचन में संडे स्पैशल बनाने में लगी रहती है।