सभी प्याजों की सफेद जो दाढ़ी जैसी जड़ें होती हैं। वे पानी में अच्छे से डूबी रहीं। मैंने बाहर हल्की धूप में रख दी। अगले दिन प्याज जहाँ से मैंने काटा था, वहाँ से आधा इंच बाहर हरा भाग बढ़ गया था। मैंने उसका पानी बदल दिया। दिन में एक बार पानी बदल देती हूं। पहली बार मैंने पानी ज्यादा डाला था तो कुछ के तने गलने लगेतो मैंने उन्हें मिटटी में दबा दिया| कुछ दिन बाद हरी पत्तियां निकलने लगी| उसके बाद जड़ें ही पानी में डुबोए रखना और पानी ऱोज बदलती हूँ| कुछ बनाती हूँ तो ताजे पत्ते तोड़ लेते
है। कहीं बाहर जाना हो तो गमले में मिट्टी में लगा जाती हूं। मेरा अपना अनुभव है कि आर. ओ. के बेकार पानी में जल्दी





3 comments:
हरी पत्तियां तो ठीक है अगर किसी को सफेद बल्ब हरा प्याज खाने की इच्छा हो l फिर बाहर से लाना पड़ेगा 😂
हां,
हां जी
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