गीता की कुंग फू की क्लास थी. वह क्लास अटेंड कर रही थी. मैं और उत्कर्षनी कैल्वर्सिटी पार्क में आकर बैठ गए. सैटरडे था देर से सो कर उठे थे. हॉलीवुड वेस्ट से कुलवर Culver सिटी दूर है. ब्रेकफास्ट करने का समय नहीं था, साथ ही ले आए थे. मुझे पार्क में बिठाकर उत्कर्षनी सामने गाड़ी में बैठकर मीटिंग करने लगी. मुझे यहां की सब बातें हैरान करती हैं. मैं ब्रेकफास्ट करती हूं और सामने देखते हूँ.कुछ लोग फोल्डिंग फर्नीचर लाकर कुछ बना रहे थे शायद कपड़ा वगैरह से. कुछ ही देर में मेरे सामने आकर एक टेबल लगी और दो चेयर जिन्हें दो बच्चों ने खुद ही लगाया और उस पर उनकी दुकान का नाम लिखकर कागज चिपकाए जो बिल्कुल पास जाने पर ही पढ़ा जा सकता था. दुकान चाहे जितनी भी छोटी हो और चाहे 1 घंटे के लिए, नाम तो उसका होना ही चाहिए ना! 😄. 'नींबू पानी का स्टैंड' नामक अपनी छोटी सी दुकान लगाई. यहां ज्यादा भीड़ तो होती नहीं है जिसकी भी बच्चों पर नजर पड़ती, उनसे शिकंजी का गिलास जरूर लेते और बतियाते. मैंने देखा कुछ लोग तो पैसे चुका कर बाकी पैसे भी नहीं लेते. बहुत ही प्यारा माहौल बनता. क्योंकि भोली शक्ल के साथ वो लौटाने के पैसे का बहुत हिसाब किताब करते. कॉल खत्म होते ही उत्कर्षनी मेरे पास आई, और लेमेनेड स्टैंड की ओर इशारा करके बताने लगी कि यहां बच्चों को कुछ करने का शौक होता है. देखो फैमिली बिजी है. बच्चों का शौक पूरा करने के लिए यह लगा दिया है और बच्चे कितने खुश हैं! उत्कर्षनी ने बताया और तस्वीर दिखाई उनका मित्र परिवार मेरेद्रीथ और एंडड्रीयू की बेटी एनाबेल, गीता की सहेली है. एनाबेल को भी लेमिनेड स्टैंड का शौक लगा. मेरेद्रीथ ने उत्कर्षनी को फोन किया, वह गीता को लेकर चली गई. दोनों सहेलियां बतियाती रही. एनाबेल के साथ गीता बैठ गई. गीता क्लास खत्म होने पर आई तो उत्कर्षनी ने उसको डॉलर दिए. बड़ी खुशी से उसने उनके लैमिनेड नींबू पानी के गिलास तीनों के लिए लिया.
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