खाना बनाने की शौकीन वर्किंग श्वेता सुबह साढ़े आठ बजे बैंक के लिए निकलती है और शाम को सात बजे के बाद ही घर पहुंचती है। डिनर परिवार साथ में करता है। जिसमें वह ध्यान रखती है कि दोनो बच्चे कौन सी दाल सब्ज़ी नहीं खाते हैं। संडे स्पैशल और कोई छुट्टी आने पर वह खुद कुकिंग करती है और बच्चों की नापसंद सब्ज़ी का इस्तेमाल करती है। मसलन बच्चे मूली नहीं खाते तो इस संडे स्पैशल में उसने उन्हें मूली का स्वाद दे दिया। बच्चे ब्रैड पकौड़े स्वाद से खाते हैं तो उसने मूली का इस्तेमाल किया।
श्वेता ने मीठी चटनी सोंठ बनाई और हरी चटनी में हरे धनिये के साथ थोड़े से मूली के मुलायम पत्ते भी पीसे।
मूली को कद्दूकस करके उसमें नमक अजवाइन मिला कर रख दिया। उबले आलुओं को मैश किया। कड़ाही में कूकिंग ऑयल डाल कर गर्म होने पर उसमें जीरा भूना और कैंची से काट कर सूखी लाल मिर्च, और सूखे दरदरे धनिया को डाल कर उस पर मैश किए आलू बिछा दिए। अलट पलट कर गैस बंद कर दी।
अब मूली का पानी अच्छी तरह निचोड़ लिया और इस पानी का इस्तेमाल गाढ़ा बेसन घोलने में कर लिया क्योंकि पानी में मूली का असली स्वाद होता है। फिर लंबे पतले प्याज काटे और थोड़ा अदरक कद्दूकस किया या बारीक भी काट सकते हैं। हरी मिर्च थोड़ी मोटी काटी। अब पैन में तेल गर्म करके उसमें अजवाइन डाल कर प्याज भूना। प्याज ने जब रंग बदल दिया ंतब इसमें थोड़ा सा मैश आलू बाइडिंग के लिए, निचुड़ी हुई मूली डाल कर तेज आंच पर तेजी से चलाते हुए एक से दो मिनट के लिए भूना इतना कि ये गले नहीं और पानी भी न छोड़े अदरक और हरी मिर्च डाल कर 30 सेकण्ड बाद गैस बंद कर दी।
इसे ढका नहीं । अब आटा ब्रैड को तिकोना काट कर उसके एक हिस्से में चटनी फैला कर उस पर आलू का मसाला फैला लिया फिर दूसरी ब्रैड से ढक दिया और बेसन लपेट कर गर्म तेल में तल लिया।
परोसते समय पकौड़े का मुंह खोल कर उसमें मूली प्याज के लच्छे और चम्मच से चटनी डाल कर दिए।
और इसमें चाट मसाला मिला दिया।
ये खाने में बहुत ही लज़ीज ब्रैड पकौड़े लगे। बच्चों ने भी यम्मी यम्मी करके खाये। बच्चों के लिए बनाते समय मसाले से लाल मिर्च और हरी मिर्च निकाल ली थी पर फ्लेवर तो उन्हें मिला ही। बच्चे चटकारे लेकर और साथ में भी चटनी लगा कर खा रहे थे। श्वेता को उन्हें खाते देख बहुत संतोष मिल रहा था कि बच्चे स्वाद से मूली खाने लगे हैं।