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Monday 23 September 2019

उसने मुझे, रिश्ते नये समझाए, विदेश को जानो, भारत को समझो घरोंदा Videsh Ko Jano, Bharat Ko Samjho GHARONDA Part 7 नीलम भागी


उसने मुझे सिगरेट ऑफर की| मैंने कहा,”धन्यवाद, मैं नहीं पीती|” वह फिर हैरान हुई| अब उसने मुझसे पूछा कि वह सिगरेट पी ले तो मुझे बुरा तो नहीं लगेगा। मैंने कहा,”नही|” तो उसने सिगरेट सुलगा ली। पहले उसने लंबे लंबे कश लिये फिर माँ की किसी बिमारी का नाम लिया कि उसने यहाँ किसी डॉक्टर को दिखा कर, इलाज़ करवा कर माँ को भेजा है। डॉक्टर ने उनकी सिगरेट बिल्कुल बंद कर दी है। वाइन की भी कम मात्रा कभी कभी ले सकती हैं। बहन कह रही है कि मैंने डॉक्टर से क्यों नहीं कहा कि फलां फलां व्यंजन जो माँ को पसन्द हैं वो तो वाइन के साथ ही खाये जाते है। मैंने पूछा कि माँ क्या बहन के साथ रहती है? वो बोली नहीं। उससे पता चला कि जर्मनी के एक ही शहर में दोनो अलग अलग रहती हैं। सुनकर मुझे बहुत हैरानी हुई। फिर मैंने एक गवार प्रश्न दागा कि बहन शादी शुदा है? वह बोली नहीं, अब मैं और ज्यादा हैरान हुई। उसने बताया कि बहन माँ का बहुत ध्यान रखती है। अगर कभी माँ बीमार हो तो उसे जैसे ही पता लगता है, वह हॉस्पिटल फोन कर देती है। गाड़ी माँ को ले जाती है। विजिटिंग आर्वस में वह गैट वैल सून का र्काड और बुके ले जाकर, माँ को मिल कर आती है। अब उसने मोबाइल पर फैमली फोटोग्राफ निकाल कर मुझे दिखाये। उसकी माँ से तो मैं मिल चुकी थी। पर उसने परिचय फिर से करवाया। ये मेरी मम्मी हैं, ये मेरे फादर हैं। ये मेरी माँ के ब्वॉय फ्रेंड हैं। वो बड़े गर्व से बोली कि मेरे फादर बहुत अच्छे इन्सान हैं। जब माँ की लाइफ में उनका ये ब्वॉय फ्रेंड आया तो मेरे पिता ने मेरी माँ की इच्छा का सम्मान करते हुए माँ को डिर्वोस दे दिया। लेकिन उनके ब्वॉय फ्रेंड  ने उनकी माँ के साथ अच्छा नहीं किया। अब वह अपनी माँ के लिए दुखी होकर बताने लगी कि उनके ब्वॉय फ्रेंड ने अपनी वाइफ को डिर्वोस नहीं दिया। एक हैण्डसम आदमी की तस्वीर  दिखा कर कहा कि ये मम्मी को पसंद करते थे| काफी इंतजार के बाद माँ ने फिर इनसे शादी कर ली, ये मेरे दूसरे पिता हैं। फिर मेरी बहन का जन्म हुआ। ये मेरी हाफ़ सिस्टर है| हमारी बहुत अच्छी खुश फैमली थी। फिर माँ के बॉय फ्रैण्ड का डिर्वोस हो गया। आखिर मम्मी को उनका प्यार मिल गया। अब हम अपने इस फादर के साथ रहने आ गये। फादर डे पर मैं तीनो पिताओं को र्काड  भेजती हूँ। यदि जर्मनी में होती हूं तो उन्हें खाने पर ले जाती हूं। मैं सोच ही रही थी कि आज तो मैं श्रोता हूँ। अब तो गुड नाइट होने वाली है और गुड नाइट हो गई। दोनों अपने अपने घर आ गई। बेटी आज भी कल की तरह ही मिली। आते ही उसने पूरा वार्तालाप सुनकर कहा कि अब ये जब आपको अगली बार मिलेगी तो इसी टॉपिक को आगे कन्टीन्यू रखेगी।
        अगले दिन वृहस्पतिवार था। यहाँ शुक्रवार और शनिवार की छुट्टी होती है| शाम को वो काम से लौटी, वह बड़ी फुर्ती में थी। मुझे आवाज़ लगाई,” नीलम अपना लॉण्ड्री बैग ले आओ।“ मैं दो लोगो का एक सप्ताह के ढेर मैले कपड़ों का लेकर पहुंच गई। मुझे अच्छा नहीं लग रहा था, चाहे मशीन से धुलाई थी। काम तो करना ही पड़ता है। मैंने उसे कहा कि मैं तुम्हारी हैल्प करूं। उसने खुशी से मेरा हाथ पकड़ कर चूम लिया। मेरे कपड़ों के ढेर में अपना ढेर मिला कर बोली इनको अलग कर दो। मैंने सफेद,  हल्के रंग के, गाड़े रंगो के तीन ढेर लगाये उसने मुझे एक जाली का बैग दिया उसमें मैंने अण्डर गारमेंट डाल कर बैग का मुंह बांध दिया। कात्या मुले भाग भाग के घर के काम निपटा रही थी। सफेद कपड़े उसने जल्दी से मशीन में डाल कर उसे चालू किया और मुझसे बोली अपने घर के फुटमैट भी ले आओ। मैं भी उतनी फुर्ती से जाकर ले आई। उसने कहाकि अब उसे मेरी मदद की जरूरत नहीं है। मैं आ गई। हर राउण्ड में अपने कपड़े फैला कर मेरे छोड़कर, दरवाजे पर नॉक करके भाग जाती क्योंकि वह एक सेकेण्ड भी नहीं गवाना चाहती थी। मैं जाकर वहाँ लगे स्टैण्ड पर अपने कपड़े फैला आती। मुझे पता था कि ऐसा मेरे साथ चार बार और होगा। बेटी ने आते ही मुझसे दिन भर की रिर्पोट ली। कपड़ों का किस्सा सुन कर वो हंसने लगी और उसने बताया कि उसके घर आने का कोई निश्चित समय नही है इसलिए  वृहस्पतिवार ऑफिस जाने से पहले वह लांड्री बैग उसके किचन के पिछले दरवाजे रख कर चली जाती है| धुले कपड़े वह तह लगा कर देती है। आपको वह बिजी रखने के लिये, वो आपको ठीक करने के लिये सहयोग कर रही है। आपसे अपना कोई काम नहीं करवायेगी। आज रात तक ये अपना पूरे हफ्ते का काम पूरा करके सोयगी| अगर इसे लगा कि ये नही कर पायेगी तो श्रीलंकन हैल्पर घण्टों के हिसाब से अपनी मदद के लिये बुला लेगी। लेकिन काम रात में ही करके सोयगी। दो दिन वीकएंड एंजाय करेगी फिर अगले पाँच दिन गधे की तरह काम करेगी। मैंने भी रात बारह बजे, जब वो अंत में फुटमैट देकर गई, मैं भी उसे फैला कर ही सोई। मैं दिन भर घर में रहती हूं इसलिये बाकि काम मुझे करना नहीं था। क्रमशः