6 फरवरी को अंकुर बच्चों को स्केटिंग के लिए नौएडा स्टेडियम लेकर गए। बच्चे स्केटिंग कर रहे थे। और पापा लोग आपस में टायलेट और आसपास फैली गंदगी की चर्चा कर रहे थे। अंकुर ने उनसे सुना तो वहां जाकर तस्वीरें ली। सोशल मीडिया का जमाना है। तस्वीरें ट्वीट की और टैग कर दीं। अगले दिन सभी कमियां दूर थीं। साफ सफाई थी। आप भी ऐसा कुछ देख कर आपस में निंदा स्तुति करने की बजाय, तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर एक दो दिन इंतजार करें। यदि कमी नहीं दूर होती तो फिर से तस्वीरें पोस्ट कर दें।
जो लोग बात बात पर कोई भी अच्छी जगह देख कर वहां सेल्फी लेते हैं। तो जहां कमी नज़र आए, आप वहां भी सेल्फी लें और लोकेशन के साथ पोस्ट करें। लेकिन जब वह कमी दूर हो जाए तब प्रशासन की तारीफ भी करें। जैसे अंकुर ने 7 फरवरी को स्टेडियम टायलेट की तस्वीरें दिखाते हुए मुझसे प्रशासन की तारीफ की। ऐसा करने से यह नारा सार्थक होगा 'आओ गंदगी दूर भगाएं नोएडा को स्वच्छ बनाएं।'