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Sunday 27 November 2022

अखिल भारतीय साहित्य परिषद की लेखक समूह की राष्ट्रीय बैठक, झांसी यात्रा भाग 8 नीलम भागी Jhansi Yatra Part 8 Neelam Bhagi

 


राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का भारतीय भाषाओं का देशव्यापी राष्ट्रीय संघटन अखिल भारतीय साहित्य परिषद की 9 अक्टूबर को लेखक समूह की राष्ट्रीय बैठक का आयोजन, ओरछा तिगेला स्थित रॉयल गार्डन में किया गया। इस बैठक में देशभर के 15 राज्यों के सैंकडा़ से अधिक प्रतिष्ठित लेखकों ने सहभागिता करते हुए समाज, संस्कार सहित राष्ट्रीय चिंतन से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा परिचर्चा करते हुए देश के विकास व संस्कृति के उत्थान में लेखकों का दायित्व कैसा हो, इस पर मंथन व मनन किया।




बैठक के मुख्य अतिथि परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री व देश के वरिष्ठ लेखक श्रीधर पराड़कर ने वर्तमान समय के लेखकों  से ईमानदारी व सत्यता के साथ लिखने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि लेखक समाज की धूरी होते हैं। इन्हें अपने दायित्वों का निर्वाह सजगता पूर्वक करना चाहिए। समय बदला है पाठकों की मानसिकता बदली है, लेखन में भी इसका प्रभाव आ रहा है।  मुख्य वक्ता श्रीधर पराड़कर और अन्य वक्ताओं में श्रीकृष्ण उपाध्याय ने कहाकि कुछ समय पहले तक साहित्य का अर्थ था जिस पर कुछ विशेष लोगों का कब्जा़। नये लोगों के लेखन की खिल्ली उड़ाना, जिससे कुछ तो लिखना ही छोड़ देते थे। साहित्य परिक्रमा पत्रिका के संपादक इंदुप्रकाश ’तत्पुरुष’ ने लेखकों को बताया कि इस वैचारिक पत्रिका में किस प्रकार के लेख, कहानियाँ, कविता, गज़ल, लधु कथा, यात्राएँ(संवेदना) ललित निबंध, पुस्तक समीक्षा छपते हैं। परिषद  के राष्ट्रीय महामंत्री ऋषिकुमार मिश्रा और राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ0 पवनपुत्र बादल, उन्होंने संस्कृति, संस्कार व लेखन का आपस में संबंध कैसा और किस प्रकार हो, इस पर भी चर्चा की। साहित्य लेखन के विकृत रुप पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा अन्य आमन्त्रित वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त कर लेखकों को समाज हित में लेखन के लिए आह्वाहन किया।

  बैठक के चौथे सत्र में लेखकों का अलग अलग विधाओं का समूह बना दिया गया। मुझे कथा समूह में रखा गया और हमें गाइड डॉ0 दिनेश प्रताप सिंह ने किया। मंच पर बैठने वाले विद्वान वक्ता समूह के साथ गोल घेरे में बैठकर हमसे प्रश्न पूछ रहे थे, हमारे प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। ऋषिकुमार मिश्रा जी ने सबको गिफ्ट भी दिया। प्रो0 नीलम राठी(राष्ट्रीय मंत्री), डॉ0 साधना बलवटे(राष्ट्रीय मंत्री), उत्तर प्रदेश के महामंत्री डॉ0 महेश पाण्डेय, परिषद् के कानपुर प्रांत के अध्यक्ष डॉ0 प्रहलाद बाजपेयी, प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ0 पवन गुप्ता तूफान, प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ0 महेन्द्र शुक्ला, प्रांतीय मंत्री शिव कमल मिश्रा, शिवमंगल सिंह, रीता तिवारी लखनऊ, आदि राज्यों के लोग मौजूद रहे। स्थानीय लोगों में परिषद के जिला अध्यक्ष प्रताप नारायण द्विवेदी, महामंत्री विजय प्रकाश सैनी, उपाध्यक्ष के. एन. श्रीवास्तव, बृजलता मिश्रा आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन क्रमवार डॉ0 पवनपुत्र बादल, ऋषि कुमार मिश्र व अन्य लोगों ने अलग अलग सत्रों में किया। अतिथियों का स्वागत धीरज मिश्रा व रवि मिश्रा एवं आभार व्यक्त डॉ0 महेश पाण्डे बजरंग ने किया। आठ घण्टे कैसे बीत जाते पता ही नहीं चलता। मान. श्री रामरतन कुशवाहा एड. विधायक ललितपुर भी आकर सबके बीच में बैठ कर विद्वान वक्ता को सुनते रहे और उस सत्र के समापन पर ही गए। और हमारी लेखक समूह की राष्ट्रीय बैठक का समापन हुआ। रात 11 बजे की गाड़ी थी अब पर्यटन की तैयारी शुरु।  क्रमशः