प्रभा प्रवीण जयरथ परिवार ने लक्ष्मी नारायण मंदिर, ए -2 सेक्टर 26 नोएडा में भंडारे का आयोजन किया। सभी परिचितों को भी आमंत्रण था। मंदिर के विशाल भवन में साप्ताहिक मंगलवार हनुमान चालीसा पाठ में सबने भाग लिया, उसके पश्चात भंडारा वितरण हुआ। ऐसा मैंने पहली बार देखा पर बहुत अच्छा लगा तो आपके साथ शेयर कर रहीं हूं। मंदिर के प्रांगण में सभी लाइन में लगे, भोजथाल में प्रसाद ले रहे थे। सीनियर सिटीजन के लिए अलग बैठने की व्यवस्था, चाहें तो आमंत्रित मित्र परिवार के लोग भी अलग बैठने की व्यवस्था में प्रसाद ले सकते थे। मैंने अपना प्रसाद लेकर, बाहर बैठने की बेंच पर बैठकर, भीड़ के साथ प्रसाद खाया। वहां देखकर अच्छा लगा कि कोई भी मुझे झूठा छोड़ता नजर नहीं आया है। कुछ लोगों के पास पॉलिथीन की थैलियां थी, जिसमें वह बार-बार लाकर पुड़िया भर रहे थे। घर ले जाकर अगर उसे इस्तेमाल करें तो यह भी अच्छा है, बस खाना बर्बाद नहीं होना चाहिए। जब मैं अपनी थाली रखने गई, तो हैरान रह गई। एक महिला वहां खड़ी थी और एक ही डस्टबिन था। इतनी भीड़ में भी वह मैं अभी आधा भरा हुआ, वह भी सिर्फ पेपर ग्लास! सभी सभ्य लोग थे इसलिए जूठन थी ही नहीं। अगर रहती तो महिला डस्टबिन में डालने को कहती। और एक महिला थाल साफ करके रखती जा रही थी। अब तक मुझे लगता था कि भंडारे में लगभग 30% खाना बर्बाद होता है और भंडारे के बाद कूड़े का देर लगता है। यह देखकर मेरी सोच बदलने लगी। इसके लिए मंदिर समिति को साधुवाद।