यह प्राचीन मंदिर भुवनेश्वर के सबसे पुराने मंदिरों में से नहीं है। लेकिन बहुत खूबसूरत लगभग सभी देवी देवता इसमें विराजमान हैं। मेन रोड से गेट बना है। उसमें प्रवेश करते ही बाईं ओर मंदिर का प्रवेश द्वार है। सफाई व्यवस्था उत्तम है। बहुत ही लजीज मीठे चावल का प्रसाद मिलता है। जिस वक्त हम गए थे, हमारे भाग्य में था। हमने जगन्नाथ का भात हाथ पसार कर लिया। मंदिर की नक्काशी आप देखते रह जाएंगे। पंडित मनीष मिश्रा जी श्रद्धालुओं को हमेशा उपलब्ध है। बहुत अच्छा लगा इस मंदिर में जाकर। मीताजी कहने लगी," रोज तो पुरी नहीं जाया जा सकता इसलिए यहां ठाकुर जी के दर्शन करते हैं।" आप भी दर्शन करने के लिए लिंक पर जाकर दर्शन का लाभ उठाएं। भुवनेश्वर में जगन्नाथ मंदिर का दर्शन जरूर करें।
https://youtu.be/tMQnVSOMkWk?si=om_0aUOyyxXMEZHh
इस्कॉन मंदिर का निर्माण 1991 में श्री गौर गोविंदा स्वामी महाराज द्वारा किया गया था। मंदिर में भगवान कृष्ण और भगवान बलराम और सुभद्रा की प्रतिमा हैं। भुवनेश्वर के मंदिरों में प्रसिद्ध, यह भव्य स्थान दुनिया भर से भारी संख्या में लोगों को इकट्ठा करता है।
इस मंदिर का शांत वातावरण ओडिशा में बेजोड़ है और सफेद-संगमरमर की संरचना मंदिर को एक आकर्षक स्पर्श देती है। जन्माष्टमी के अवसर पर प्रकाश की रोशनी एक अलौकिक अनुभव है। जिसे आपको जीवनकाल में अनुभव करना चाहिए! शाम को स्वादिष्ट प्रसाद का आनंद अवश्य लें!
क्रमशः
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