चंडी मंदिर में समय बहुत अधिक लगने के कारण अब समय कम था। नेताजी की जन्मस्थली पहले देखी हुई थी। मुझे वहां की तस्वीर लेनी है। पता चला कि फोटोग्राफी मना है। उड़िया बाजार में स्थित जानकीनाथ भवन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23.1.1897 को हुआ था। यह उनका हरे भरे बगीचे से गिरा पैतृक निवास है जहां वे बचपन से लेकर स्वतंत्रता सेनानी बनने तक रहे। उनके पिता प्रतिष्ठित वकील थे इसलिए उनका बचपन बहुत संपन्नता में बीता। 2007 में पुनर्निर्माण कर उनके पैतृक निवास को नेताजी सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय बना दिया गया। यहां प्राचीन वस्तुएं दस्तावेज का अनूठा संग्रह है। उनकी वह घोड़ा गाड़ी भी है, जिस पर वे परिवार के साथ घूमने जाया करते थे। लाइब्रेरी में विभिन्न भाषाओं में लिखी, उन पर 500 से अधिक पुस्तकें हैं। लिविंग रूम को दीर्घा में बदल दिया गया है। संग्रहालय में दिलचस्प संग्रह में जिनेवा, इटली के मिलान, मांडले जेल, म्यांमार की रंगून जेल, प्रेसीडेंसी जेल, कलकत्ता के अलीपुर न्यू सेंट्रल जेल और बर्लिन से अपने माता-पिता और परिवार के सदस्यों को लिखे गए 22 मूल पत्र शामिल हैं। उनके जन्मदिन पर रक्तदान, जागरूकता कार्यक्रम, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और जानकी नाथ भवन को बहुत सुंदर सजाया जाता है। यह संग्रहालय सुबह 10 से सायं 5 तक मंगलवार से रविवार को खुलता है। भुवनेश्वर से 30 किलोमीटर दूर है। जाने से पहले फिर भी समय का पता करके जाना उचित रहेगा। प्रोफेसर श्यामा घोनसे मराठी साहित्यकार पूना से जो इस वर्ष अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मान 2023 से सम्मानित हुई हैं, का हार्दिक धन्यवाद उनसे नेताजी जन्म स्थान संग्रहालय की तस्वीरें प्राप्त हुई ।
क्रमशः
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