Search This Blog

Friday, 18 April 2025

अम्मा 95+ की, निरोगी लंबी उम्र का कारण हरकत में बरकत! नीलम भागी

 


  मोबाइल की गैलरी साफ कर रही थी।  स्वर्गीय होने से कुछ दिन  पहले का अम्मा का धूप में बैठकर मटर छिलते हुए फोटो देखकर याद आया। मुझे उस दिन गुस्सा आ गया था। ठंड में ठंडे ठंडे मटर छिलने को मांग रही थीं। मैं मना कर रही थी। वे उठकर खुद घर के अंदर से मटर लेने जाने लगी तो मैंने यह सोचकर उनका मटर छिलने का सेटअप लगाया कि ये तो मानेगी नहीं। उनकी डंडी के साथ पॉलिथीन टांग दिया, उसमें मटर  डालने के लिए, गोदी में उन्होंने मटर रखें। पैरों के पास डस्टबिन और पैर लटका के थक जाती हैं तो छोटा स्टूल, पैर रखने के लिए। अब अम्मा खुशी से मटर छीलने में व्यस्त हो गई क्योंकि अम्मा कभी खाली नहीं बैठी थीं। आंगन पेड़ों से ढका हुआ है वहां धूप नहीं आती, पेड़ों की कटाई छटाई नहीं करने देती थी। इसलिए बाहर धूप में बैठने लगी। जो भी वहां से गुजरा है वह जरुर सोचता होगा की इतनी बुजुर्ग महिला से काम लेते हैं ! वे कुछ न कुछ करती रहती थीं। उनका कहना था कि हरकत में ही बरकत है। उम्र के साथ और मौसम के साथ वे बदलाव करतीं थीं। मसलन सुबह उन्होंने पूजा पाठ जरूर करना है।  गर्मी में नहा कर, सर्दी में नहाना धूप देखकर, समय और दिन बदलकर नहाती लेकिन पूजा पाठ सुबह ही करती फिर नाश्ता करके अखबार पढ़ना।  सबके मना करने के बावजूद किसी न किसी काम में सहयोग देना। मसलन सब्जी काटना, धुले हुए कपड़ों को उलट पलट के जल्दी सुखाना फिर घड़ी करना। आंगन में खूब पत्ते गिरते रहते हैं वहां झाड़ू लगा देना। हम सब ने मान लिया था जो करती हैं उन्हें करने दो। कहते हैं आदत चिता के साथ ही जाती है और उनकी आदत थी 'हरकत में बरकत है'

No comments: