हिंदी, उर्दू के मशहूर शायर, विभिन्न मनोदशाओं के कवि , उपन्यासकार, गीतकार निदा फ़ाज़ली पर बनी डॉक्युमेंट्री फिल्म 'मैं निदा' देखी। उनको पढ़ना अच्छा लगता है। अपने प्रशंसकों में वे 'शब्द रूप' में हैं। सराहनीय फिल्म 'मैं निदा' देख कर तो और भी अच्छा लगा। उस असाधारण व्यक्तित्व पर फ़िल्म बनाने के लिए टीम को साधुवाद। नीलम भागी
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