लहसुन से ज्यादा मुझे लहसुन की हरी पत्तियां पसंद हैं। सेहत के लिए तो ये लाभदायक हैं साथ ही ये बहुत से व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाती हैं। इस कारण मैं पूरे साल लहसून उगाये रखती हूं। इस बार मैंने किचन वेस्ट से गमले में उगाया था।
मुझे अच्छे लहसुन के पत्ते मिल रहें हैं। इससे उत्साहित होकर मैंने छत पर खाली आटे की थैली, फैंकने वाली बाल्टी में रसोई का कचरा इक्टठा किया।
दोनों के नीचे ड्रेलेज होल किया। कचरे को अच्छी तरह एक डिब्बे की मदद से दबाया। 60 मिट्टी, 35 वर्मी कम्पोस्ट और रेत मिलाया। कचरे के उपर इस मिट्टी को भर दिया। मोटी कलियों वाले लहसुन लेकर कलियों को अलग कर लिया।
एक एक कली को 3’’ की दूरी पर 1’’गहरा मिट्टी में चपटा सिरा नीचे की ओर और प्वाइंटिड सिरा ऊपर की ओर करके दबा दिया।
हन्हें अच्छे से पानी देकर, दोनों को धूप में रख दिया। ज्यादा पानी नहीं डालती। इसका अपडेट भी पोस्ट करुंगी। https://youtu.be/cGhCCXIHzKw तो गमले में उगाए लहसुन से हरे हरे पत्ते निकलते हैं। हरेक के 5-6 पत्ते होने पर मैं किनारे के दो दो पत्ते कैंची से काट लेती हूं। बीच के नहीं निकाले। इन ताजी पत्तियों को धोकर बहुत ही बारीक काटा, साथ ही गमले से तोड़ कर हरी मिर्च को काटा ,घर में उगाई हैं इसलिये जब मुझे पत्तियां मिलती हैं हरा लहसुन का रायता बना लेती हूं। इस रायते के स्वाद के कारण मैं पूरे साल लहसून उगाये रखती हूं। सब्जी के लिए लहसून बाजार से खरीदती हूं। अक्टूबर से अप्रैल तक पत्ते बहुत अच्छे मिलते हैं बाकि समय काम चल ही जाता है। कभी कभी नीचे गांठ भी मिल जाती है।
किसी भी कंटेनर या गमले में किचन वेस्ट फल, सब्जियों के छिलके, चाय की पत्ती आदि सब भरते जाओ और जब वह आधी से अधिक हो जाए तो एक मिट्टी तैयार करो जिसमें 60% मिट्टी हो और 30% में वर्मी कंपोस्ट, दो मुट्ठी नीम की खली और थोड़ा सा और बाकी रेत मिलाकर उसे मिक्स कर दो। इस मिट्टी को किचन वेस्ट के ऊपर भर दो और दबा दबा के 6 इंच किचन वेस्ट के ऊपर यह मिट्टी रहनी चाहिए। बीच में गड्ढा करिए छोटा सा 1 इंच का, अगर बीज डालना है तो डालके उसको ढक दो।और यदि पौधे लगानी है तो थोड़ा गहरा गड्ढा करके शाम के समय लगा दो और पानी दे दो।#Kitchen waste management
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