छोटे छोटे हरे प्याज़ के पत्ते (Chives) अच्छी तरह धोकर बारीक काट लेते हैं।
दहीं या खट्टी छाछ(फ्रिज में रखी दो दिन पुरानी, बाहर एक दिन पुरानी) में से थोड़ी सी छाछ लेकर उसमें बेसन डाल कर अच्छी तरह फेंट लेते हैं ताकि बेसन की कोई गांठ न बने। अगर दहीं से बनाते हैं तो बेसन का आठ गुना पानी डलता है। वैसे पतली या गाढ़ी अपनी पसंद अनुसार रख सकते हैं। अब इसे बाकि छाछ में मिलाकर स्वादानुसार नमक और हल्दी डाल कर गैस पर चढ़ा कर, गैस की तेज आंच कर देते हैं। इसे लगातार कलछी से चलाते रहना है ताकि छाछ फटे नहीं, न ही तले में लगे। उबाल आने पर गैस स्लो कर देनी है। जब उबाल आने बंद हो जाएं और कढ़ी कढ़ने लगे तब उसमें पंद्रह मिनट के बाद हरे प्याज के कटे पत्ते डालने हैं। अब तड़का पैन में तेल गर्म कर के उसमें मेथी दाना, जीरा, कैंची से कटी मोटी मोटी सूखी अखा लाल मिर्च का तड़का लगा कर इसे कढ़ी में डाल दो। पांच मिनट के बाद गैस बंद कर दो। हैल्दी कढ़ी खाने के लिए तैयार है।
अब फाइनल टच भी दे सकते हैं, तड़का पैन में देसी घी इतना गर्म करें कि जिसमें बिना धुआं छोड़े लाल मिर्च ंऔर हींग भुन जाए और थोड़ी सी कसूरी मेथी डाल कर इसे कढ़़ी में डाल दो। motapa ke Chinta Nahin Hai To Hari pyaj Mein Beshan hari mirch mila ke pakode banaa ker Dal sakte hain .