जरुरत के अनुसार छिलका रहित मूंग की दाल को अच्छी तरह धोकर तीन घंटे के लिए भिगो दिया। अगर जल्दी चाहिए तो गर्म पानी में भिगो दें। गर्म पानी में ये एक घंटे में चीला बनाने के लायक हो जाती है। दाल नरम होने पर पानी से निकाल कर ग्राइंडर में बिना पानी के डाल दिया। यदि एक कप दाल है तो इसमें एक हरी मिर्च, आधा इंच अदरक, चुटकी भर हींग और आधा चम्मच कच्चा जीरा डाल कर पीस लिया। बहुत जरुरत पड़ने पर ही पानी डाला। इस बारिक पेस्ट को निकाल लिया। इस पेस्ट में बहुत बारीक कटा, प्याज, चुकंदर, हरा धनिया और स्वादानुसार नमक डाल कर अच्छी तरह मिला कर 15 मिनट के लिए रख दिया। ये सब्ज़ियां पानी छोड़ देंगी। यदि फिर भी जरुरत पड़े तब पानी मिला लें।
तवा गर्म करके जो भी घी तेल खातें हैं, उसे तवे पर लगा कर चीले का घोल डाल कर फैला दिया
दोनों ओर से सेक कर ये रंगीन चीला हरी चटनी के साथ श्वेता ने शाश्वत अदम्य को परोसा। रंग देख कर दोनों ने मुंह में डाला। बहुत स्वाद लगा अब, तो जी भर के खाया। ये पौष्टिक चीला अब उनकी पसंद बन गया है। अब वह सब्ज़ियां बदल देती है। एक कप दाल में भिगोते समय उसमें चौथाई कप चने की दाल भी मिला देती है। इसका स्वाद अलग लगता है। बच्चों को पसंद आता है। दाल और सब्जी़ नये रुप रंग और स्वाद में उनकी डाइट में शामिल कर श्वेता को बहुत खुशी मिलती है। श्वेता प्रोफेशनल कुक तो है नहीं जो सब्जियां मिलाकर भी एकदम गोल बनेगा। आकार चाहे जैसा मर्जी हो पर स्वाद में कमी कोई नहीं है।