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Sunday 2 February 2020

फूलवाले धनिए की लाजवाब चटनी, कंटेनर में साल भर धनिया उगायें Swad khai, Container mein Sal bhar Dhaniyan Ugain Neelam Bhagi नीलम भागी


ताजी थोड़ी धनिया की पत्ती का बनाई चटनी का स्वाद ही अलग होता है। इसके लिए मैं एक कटोरी धनिया, आधी कटोरी पुदीना, 2 हरी मिर्च 1 इंच टुकड़ा अदरक का, थोड़ा सा लहसुन डाल कर इन्हें मिक्सी में चला लेती हूं। इसका रंग ना बदले अगर इसका रंग हरा रखना है तो इसमें  दो क्यूब पीसते समय बर्फ के डाल दो। अगर चिकनी सी रखनी है तो थोड़ी सी बेसन की सेव डाल दे। तो पीसने के बाद इसमें थोड़ा सा नमक और काला नमक मिलाकर नींबू का रस मिला देती हूं
 और जब मेरे धनिए में फूल आता है तो उसमें से मैं फूल जरूर डालती हूं तब मेरे धनिए की चटनी का स्वाद लाजवाब होता है सब पूछते हैं कि मैंने क्या डाला? कुछ नहीं सिर्फ अपने घर का उगा हुआ  धनिया और पीसते समय उसके फूल डाले हैं। आप भी उगाए ताजा ।

कोई भी चार से छ इंच तली में छेद वाला कंटेनर ले लें। उसमें 70 प्रतिशत मिट्टी और 30 प्रतिशत गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट खाद मिला लें। बढ़िया साबुत धनिया लें। उसे चकले पर रख कर बेलन से हल्के हाथ से रगड़ें ताकि वह दो टुकड़ों में टूट जाये। कंटेनर से थोड़ी सी मिट्टी निकाल लें। अब कंटेनर में टूटा हुआ धनिया बिखेर दें। फिर उस पर वह मिट्टी छिड़क दें, जो हमने कंटेनर से निकाली थी। उससे बस धनिया छिप जाये। अब फुहारे से या इस पर बोतल जिसके ढक्कन में छेद हों उससे पानी छिड़क दें ताकि बीज अपनी जगह से न हटे और धूप में रख दें।
 अगर जल्दी उगाना है तो टूटे हुए धनिए के बीजों को एक रात पानी में भिगों दे। अगले दिन उसी तरह बस सूखे धनिए के बीजों की तरह रात भर भीगे धनिए को बोयें। इसका अंकूरण 7 से 15 दिन में हो जाता है। दो महीने में यह तोड़ने लायक हो जाता है। ये ज्यादा गर्मी नहीें सहता। गर्मियों में कंटेनर को ऐसी जगह रक्खें जहां सुबह की धूप आती हो और कंटेनर को मिले, छायादार जगह हो। ज्यादा गर्मी में धूप में नहीं, ज्यादा रोशनी में रखे तो आप साल भर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। मैं गर्मी में धनिया मिट़टी के बर्तन में उगाती हूं और पेड़ के नीचे रखती हूं। जहां उसे सुबह या शाम की धूप  मिलती है। 
  दाल सब्जी बनने के बाद अपने हाथ से लगाये धनिया पत्ती तोडते हुए, बड़ी खुशी मिलती है। धोकर सब्जी में डालते ही ढक देती हूं ताकि उसकी महक उसमें समा जाये। अब अक्टूबर में लगाउंगी| तब बोने के बाद सीधी धूप में रखती हूँ| जब ट्रे का सारा धनिया क़ेची से काट लेती हूँ तो इस पर फिर वर्मी कम्पोस्ट डाल कर पानी डाल देती हूँ| सर्दी में हरे धनिए से भरी लाल ट्रे  बहुत सुंदर लगती है| 
किसी भी कंटेनर या गमले में किचन वेस्ट फल, सब्जियों के छिलके, चाय की पत्ती आदि सब भरते जाओ और जब वह आधी से अधिक हो जाए तो एक मिट्टी तैयार करो जिसमें 60% मिट्टी हो और 30% में वर्मी कंपोस्ट, दो मुट्ठी नीम की खली और थोड़ा सा और बाकी रेत मिलाकर उसे  मिक्स कर दो। इस मिट्टी को किचन वेस्ट के ऊपर भर दो और दबा दबा के 6 इंच किचन वेस्ट के ऊपर यह मिट्टी रहनी चाहिए। बीच में गड्ढा करिए छोटा सा 1 इंच का, अगर बीज डालना है तो डालके उसको ढक दो।और यदि पौधे लगानी है तो थोड़ा गहरा गड्ढा करके शाम के समय लगा दो और पानी दे दो।