22 साल से देश की संस्कृति से रुबरु करवाता सरस आजीविका मेला 2021 पहली बार नौएडा हाट सेक्टर 33 में आयोजित किया जा रहा है। 26 फरवरी से 14 मार्च तक 11ः00 बजे से रात 8ः00 बजे तक परंपरा, क्राफ्ट, कला एवं संस्कृति के मनोरम माहौल थीम के साथ हम इसका आनन्द सपरिवार और मित्रों के साथ उठा सकते हैं।
इसमें मुख्य रुप से शिल्प कलाओं का प्रर्दशन किया जायेगा। 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार की उपस्थिति है और उनके हुनर से बना उत्कृष्ट प्रर्दशन जो हैंडलूम, साड़ी और ड्रैस मैटीरियल में विभिन्न राज्यों से हैं वो इस प्रकार हैं-आंध्र प्रदेश से कलमकारी, आसाम से मेखला चादर, बिहार से कॉटन और सिल्क, छत्तीसगढ़ से कोसा साड़ी, गुजरात से भारत गुंथन और पैच वर्क, झारखंड से तसर और कॉटन, दुपट्टे, ड्रैस मैटीरियल, कर्नाटक से इकत, मध्य प्रदेश से चंदेरी और बाग प्रिंट, मेघालय से इरी प्रोडक्ट्स, ओडिसा से तासर और बांदा, तमिलनाडु की कांचीपुरम तो तेलंगाना की पोचमपल्ली, उत्तराखंड से पश्मिना, कांथा, बातिक प्रिंट, तात और बालुचरी पश्चिम बंगाल से। फुलकारी, बाग बूटी के लिए पंजाब नहीं जाना पड़ेगा। क्योंकि सरस आजीविका मेले में 27 राज्यों के 150 स्टाल में देश के ग्रामीण इलाकों की हुनरमंद महिलाओं के हुनर का प्रोडक्ट आया है। ये मेला उनके बनाए सामान को मार्केटिंग प्लेटफॉर्म देता है। सरस मेले से राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंर्तगत गा्रमीण महिला अपने हुनर से सशक्त होती है। क्योंकि उसका प्रोडक्ट शहरों के उपभोक्ताओं तक पहुंचता है।
ये हुनरमंद सृजन करना जानते हैं पर उत्पादन का प्रचार करना नहीं जानते हैं।्यहां इनके लिए वर्कशॉप लगेगी। जिसमें इन्हे सोशल मीडिया से उत्पादन का प्रचार करना, कुछ तो केवल अपने क्षेत्र की भाषा ही जानते हैं, उन्हें और बाकियों को भी कम्यूनिकेशन स्किल सिखाना, फोटोग्राफी आदि सिखाया जायेगा।
इसके साथ ही 27 राज्यों के हैंडीक्राफ्ट, ज्वैलरी और होम डेकोर के प्रोडक्ट आदि भी एक ही स्थान पर ले सकते हैं। फूड प्राडक्ट के स्टाल, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ बच्चों के मनोरंजन का पुख्ता इंतजाम है।
मेले में प्रवेश करने के लिए कोविड-19 के प्रोटोकॉल का भी पूरा ध्यान रखा गया है। मास्क बिल्कुल अनिवार्य है। मेले में प्रवेश शुल्क नहीं है मेले में लाजवाब सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन है। Free entry Noida Haat, Sector 33A, Noida