हमने 10 जनवरी को चाइनीज़ रेस्टोरेंट में डिनर किया। उन्होंने हमें शगुन देने वाले लाल लिफाफे गिफ्ट में दिए। मैंने पूछा,’’ये किसलिए?’’अर्पणा ने बताया कि चाइनीज़ न्यू ईयर आने वाला है। उसमें फैमली, री यूनियन डिनर ऑर्गनाइज़ करती है। जिसमें सभी रिश्तेदार सपरिवार आते हैं। परिवार के बड़े इन लिफाफों में जिन्हे हंग बाव कहते हैं, अविवाहित छोटो को रुपये यानि उनके देश की करंसी देते हैं।
मैं और अर्पणा कभी कभी डिनर के बाद ईस्ट कॉस्ट रोड पर वॉक पर निकल जाते थे। रात में काफी दूर तक जाते।साइकिल और पैदल पथ के बीच की ग्रीन बैल्ट पर बिजली के ख्ंबों पर लाइट जल रही होती, जिससे दोनों सड़कों पर रोशनी होती। हमारे एक ओर पार्क्र और समुद्र, पर कोई डर भय नहीं लगता। राह में पड़ने वाले रैस्टोरैंट में म्यूजिक बज रहा होता क्योंकि पंद्रह दिन बाद चाइनीज न्यू इयर है इसलिए परिवारों और दोस्तों में पार्टी शुरु हो गई। मुझे आज तक इनका सिस्टम समझ नहीं आया दो दिन की छुट्टी होती है और वीकएंड साथ में जुड़ जाता है। या तो सोम मंगल को होता है। या वृहस्पति शुक्र को। वीकएंड मिला कर चार दिन का त्यौहार छुट्टी के साथ हो जाता है। वैसे 15 दिन तक इनका उत्सव चलता है। ये चंद्रमा पर आधारित कैलेंडर के अनुसार होता है। कभी भी एक तारीख को नहीं आता है।
जैसे जैसे न्यू ईयर पास आता जा रहा था। सजावट बढ़ती जा रही थी। छोटे संतरों से लदे हुए बड़े बड़े गमलों में पेड़, इनसे सजावट की गई थी। जो बहुत ही मनमोहक थी। लाल रंग का प्रयोग बहुत किया जाता है। इस त्यौहार की शुरुआत की कहानी इस प्रकार है। नियॉन नामक एक काल्पनिक राक्षस साल के पहले दिन आता था। वह फसल, पशु और गांववालों को खा जाता था। इन सब को न खाये इसलिये गांव वाले घर से बाहर खाना रख देते थे ताकि राक्षस का पेट भर जाए। उन्होंने ध्यान दिया कि जिन बच्चों के कपड़े लाल होते थे। वह उनसे दूर भागता था। अब नये साल पर उन्होंने अपने दरवाजे, खिड़कियों पर लाल लालटेन, घूंघर कण्डील लटकाए और पटाखे छोड़े, नियोन भाग गया। फिर नहीं लौटा। बारह में से एक पशु के नाम पर साल होता है। उस पशु के चित्र लगाना, गिफ्ट रैपर और हंग बाव पर भी उसके चित्र लगाना शुभ मानते है। इसमें इनकी संस्कृति और परम्परा की छाप होती है। काम के सिलसिले में जहां भी ये गए होते हैं। त्यौहार मनाने के लिए परिवार इक्टठा जरुर होता है। चीनी राशि चक्र की एक अनोखी कथा प्रंचलित है कि पुराने जमाने में एक जेड सम्राट ने आज्ञा दी कि जानवर भी कलैण्डर का हिस्सा बनेंगे। पर सब को बारह बजे से पहले आना होगा। तब बिल्ली और चूहे में भी बड़ी दोस्ती थी। बिल्ली ने चूहे से कहा कि वह देर से सोकर उठती है। उसे जगा देना। दोनो साथ चलेंगे। सुबह चूहा जल्दी में, बिल्ली को जगाना भूल गया और चल पड़ा। रास्ते में उसे बैल बाघ, खरगोश, ड्रैगन, सांप, घोड़ा, बकरी, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सूअर मिला, वे भी कलैएडर का हिस्सा बनने जा रहे थे। चूहा बैल की पीठ पर इस शर्त पर बैठ गया कि वह रास्ते में उन्हें गाना सुनाता जायेगा। जैसे ही वह पहुंचे चूहा बैल की पीठ पर से कूद कर सबसे आगे हो गया और पहला भाग्यशाली बना। नींद खुलते ही बिल्ली दौड़ी। जब पहुंची तो चुनाव खत्म हो गया था। तब से बिल्ली चूहे की दुश्मन है। चीनी एस्ट्रोलॉजी के अनुसार हर किसी के जन्म का प्रतिनिधित्व इनमें से एक पशु करता है। जो आपकी पर्सनैलिटी और जीवन के बारे में काफी कुछ कहता है। क्रमशः
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